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सादगी भरा जीवन था मनोहर पर्रिकर की असली पहचान, जानिए उनके जीवन से जुड़ी 14 ख़ास बातें

नई दिल्ली। मनोहर पर्रिकर भारतीय राजनीति का ऐसा नाम है जिनकी छवि एक दम साफ है। जिन्हें उनके द्वारा किए गए कार्य और उनकी ईमानदारी के लिए जाना जाएगा। एक छोटे से राज्य से अपना राजनीति का सफर शुरू करने वाले पर्रिकर ने अपनी मेहनत के दम पर अपना एक नाम बनाया था। पर्रिकर राजनीति में अपनी सादगीपूर्ण जीवनशैली और सरल व्यवहार के लिए जाने जाते थे। सिर्फ बीजेपी ही नहीं बाकी दलों के नेता भी उनकी प्रशंसा करते नहीं थकते।

आज हम आपको मनोहर पर्रिकर के जीवन से जुडी 15 कहानियां बताएंगे जो उनकी सादगी भरी जिंदगी की झलक पेश करती हैं।

1. मनोहर पर्रिकर का जन्म 13 दिसंबर 1955 को उत्तरी गोवा के मापुसा में हुआ था। पर्रिकर मध्यम वर्ग गौड़ सारस्वत ब्राह्मण परिवार से ताल्लुक रखते थे।

2.  मनोहर पर्रिकर आरएसस की विचारधारा से खासे प्रभावित थे। RSS ने भी उन्हें उस वक्त मुख्य शिक्षक का पद दिया था, जिस वक्त वो IIT परीक्षा की तैयारी कर रहे थे।

3. 1973 में मनोहर पर्रिकर ने IIT की परीक्षा पास की और IIT मुंबई में दाखिला लिया। यहां भी RSS ने पर्रिकर को संघ की पवई हॉस्टल यूनिट की जिम्मेदारी दी थी।

4. 1978 में मनोहर पर्रिकर बीटेक पूरा करके ग्रेजुएट इंजीनियर बन गए और मापुसा लौटकर उन्होनें संघ के लिए काम करना शुरू कर दिया। साथ ही यहां पर उन्होंने अपना बिजनेस भी शुरू कर दिया।

5. 2 जून 1979 का दिन मनोहर पर्रिकर के लिए बेहद खास था। इसी दिन उन्होने मुंबई में मेधा कोटनिस के साथ शादी की। मनोहर पर्रिकर के उत्पल और अभिजीत नाम के 2 बेटे हैं।

6. 1981 में मनोहर पर्रिकर मापुसा यूनिट के संघचालक बने। इसके बाद उन्होने अपने संघ के लिए पूरे गोवा में कई महत्वपूर्ण काम किए।

7. 1991 से मनोहर पर्रिकर के सियासी सफर का आगाज हुआ, जहां उन्होंने नॉर्थ गोवा लोकसभा सीट से पहला चुनाव लड़ा। हालांकि इस चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार हरीश ज़ान्त्ये से हार गए।

8. इसके बाद मनोहर पर्रिकर ने 1994 में पणजी सीट से विधानसभा चुनाव जीता। ये चुनाव गोवा में बीजेपी की पहली बड़ी जीत का गवाह बना। मनोहर पर्रिकर के साथ 4 बीजेपी विधायक गोवा विधानसभा पहुंचे।

9. 13 दिसंबर को 1955 को मनोहर पर्रिकर का जन्म हुआ था और वो 13 नंबर को अपना लकी नंबर मानते थे। गोवा सीएम रहते हुए उनकी गाड़ी का नंबर भी 1313 था।

10. फरवरी 2018 में पता चला कि मनोहर पर्रिकर पैंक्रियाज के कैंसर से पीड़ित हैं, जिसके बाद से ही वो लगातार बीमार थे। लेकिन इस बीच भी वो लगातार काम करते रहे।

11. मनोहर पर्रिकर अपनी बेदाग छवि और सादगी भरी जिंदगी के लिए जाने जाते थे। हाल ही में पीएम मोदी ने उन्हें आधुनिक गोवा का शिल्पकार बताया था। पीएम मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान भी मनोहर पर्रिकर का जिक्र किया था। उन्होंने कहा था कि वो जल्द ही अपने मित्र के ठीक होने की कामना करते हैं। साथ ही कहा था कि बीमारी के बावजूद पर्रिकर के काम के लिए समर्पण को वो सलाम करते हैं।

12. बीमारी से जूझते हुए भी मनोहर पर्रिकर के एक वीडियो ने भी लोगों के लिए मिसाल पेश की, जिसमें मांडवी नदी पर बने पुल के उद्घाटन के दौरान उन्होंने हाउ इस दा जोश पूछकर लोगों का हौसला बढ़ाया। इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी मौजूद थे।

13.  इस वीडियो में मनोहर पर्रिकर की नाक में पाइप लगी हुई थी, लेकिन इसके बावजूद वो लोगों से पूछ रहे थे की हाउ इस दा जोश। मनोहर पर्रिकर के इस वीडियो को देश ही नहीं दुनिया में भी लोगों ने खूब पसंद किया था।

14 . लंबी बीमारी से जूझते हुए 17 मार्च 2019 को मनोहर पर्रिकर ने आखिरी सांस की। उनके निधन की वजह से देश में शोक की लहर दौड़ गई और केंद्र सरकार ने 18 मार्च को पूरे देश में राष्ट्रीय शोक की घोषणा की।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH