Science & Tech.

भारत इंटरनेट संपर्क में आने वाली अड़चनों का सामना करूँगा : जुकरबर्ग

45757388न्यूयार्क | भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) द्वारा सोमवार फेसबुक की फ्री बेसिक्स कारोबार को मना किए जाने के एक दिन बाद मंगलवार को फेसबुक के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) मार्क जुकरबर्ग ने एक पोस्ट में इस घोषणा पर निराशा जताई। जुकरबर्ग ने अपने बयान में कहा है कि भारत में इंटरनेट संपर्क को बढ़ाने के बीच आने वाली अड़चनों को हटाने के लिए वह काम जारी रखेंगे। गौरतलब है कि ट्राई ने सोमवार को कहा कि कोई भी कंपनी विषय सामग्री के आधार पर भेदभावपूर्ण डाटा शुल्क (डिसक्रिमनेटरी प्राइसिंग) पेश नहीं कर सकती है।

ट्राई के इस कदम को इंटरनेट निरपेक्षता के समर्थन में और फेसबुक की फ्री बेसिक्स तथा एयरटेल जीरो के विरोध में माना जा रहा है। जुकरबर्ग ने मंगलवार को पोस्ट किया, “भारत के दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण ने मुफ्त डाटा एक्सेस मुहैया कराने वाले कार्यक्रमों पर पाबंदी लगा दी है। यह ‘इंटरनेट डॉट ओआरजी’ द्वारा शुरू की गई पहलों में से एक था और वह इसे जारी रखेंगे।” उन्होंने आगे कहा, “हालांकि, मैं इस फैसले से निराश हूं और मैं निजी तौर पर कहना चाहता हूं कि हम भारत और विश्व में इंटरनेट संपर्क बढ़ाने के लिए कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और जब तक हर किसी को इंटरनेट की सुविधा नहीं मिल जाती, हम काम करते रहेंगे।”

इस विश्व में हर किसी को इंटरनेट का इस्तेमाल करना चाहिए और इसीलिए जुकरबर्ग ने ‘इंटरनेट डॉट ओआरजी’ को लांच किया। फेसबुक ने एक साल पहले देश में इंटरनेट डॉट ऑर्ग लांच किया था, जिसका नाम बाद में बदलकर फ्री बेसिक्स रख दिया गया था। जुकरबर्ग ने कहा, “हमारा लक्ष्य विश्व को जोड़ना है। हम आम लोगों की चिंता करते हैं और हम लाखों नौकरियां देना चाहते हैं और शिक्षा के अवसरों को भी फैलाना चाहते हैं। इसके लिए हम पूर्ण रूप से प्रतिबद्ध हैं।”

=>
=>
loading...