नई दिल्ली। भारत और जापान के बीच तेजी से बढ़ते द्विपक्षीय संबंधों को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके जापानी समकक्ष शिंजो आबे द्वारा भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना की आधारशिला रखने से बड़ा प्रोत्साहन मिला है। 1.08 लाख करोड़ रुपये की लागत वाली 508 किलोमीटर अहमदाबाद-मुंबई रेल लाइन भारत, जापान के बीच के ढांचागत विकास परियोजना की सूची में जुड़ गई है।
पीएम मोदी ने कहा कि बुलेट ट्रेन परियोजना देश के विकास को गति देगी और गरीब तबके के सशक्तीकरण में भी मददगार होगी। मोदी ने कहा, “यह नया भारत है जिसे ऊंची उड़ान भरनी है। बुलेट ट्रेन एक ऐसी परियोजना है जो विकास को गति प्रदान करेगी। नई तकनीक के साथ इसके परिणाम भी तेजी मिलेंगे।”
उधर, भारत में बुलेट ट्रेन की शुरुआत से पाकिस्तान बौखला गया है। पाकिस्तान ने भी चीन से अपने देश में बुलेट ट्रेन लाने की बात की थी, लेकिन उसे जो जवाब मिला उसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे। चीन के एक अधिकारी ने पाकिस्तान की बेइज्जती करते उससे साफ कह दिया कि उसके यहां बुलेट ट्रेन नहीं चल सकती। इतना ही नहीं चीन की तरफ से यह इंकार हंसते हुए किया गया था।
इस बात की जानकारी खुद पाकिस्तान के रेल मंत्री रफीक ने नेशनल असेंबली को दी थी। रफीक ने कहा, “जब हमने चीन से इस बारे में बात की, तो वह हम पर हंसने लगा। चीन का कहना है कि पाकिस्तान जैसे देश में बुलेट ट्रेन नहीं चल सकती, इसलिए वो बुलेट ट्रेन का ख्वाब देखना छोड़ दे।