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डीपीएस के ग्लोरीफायर ऐप को इन्क्यूबेशन के लिए चुना गया

द एन्टरेप्रेन्यूरशिप स्कूल, डीपीएस वसंत कुंज की छात्रा भार्गवी गोयल, ग्लोरीफायर मोबाइल ऐपmobile app
द एन्टरेप्रेन्यूरशिप स्कूल, डीपीएस वसंत कुंज की छात्रा भार्गवी गोयल, ग्लोरीफायर मोबाइल ऐप
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डीपीएस वसंत कुंज की छात्रा भार्गवी गोयल ने बनाया है ग्लोरीफायर मोबाइल ऐप

गुड़गांव/ नई दिल्ली। द एन्टरेप्रेन्यूरशिप स्कूल (TES) ने TES में इन्क्यूबेशन प्रोग्राम के लिए ग्लोरीफायर मोबाइल ऐप के चुनाव की घोषणा की है। ग्लोरीफायर एक आकर्षक सोशल ऐप है जिसे वसंत कुंज स्थित दिल्ली पब्लिक स्कूल की बारहवीं कक्षा की विद्यार्थी भार्गवी गोयल द्वारा तैयार किया गया है, जो विद्यार्थियों को अपने आइडिया शेयर करने, टीम मेंबर खोजने तथा मेंटर्स और इन्वेस्टर्स का सहयोग पाने में मदद करता है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृष्टिकोण स्टार्टअप इण्डिया, स्टैण्डअप इण्डिया के मद्देनज़र स्कूल स्तर पर यह पहल की गई है। हम सभी जानते हैं कि युवा विद्यार्थियों के दिमाग में कई नए विचार आते हैं, लेकिन इनमें से ज़्यादातर विचारों को सही मार्गदर्शन न मिल पाने के कारण ये बेकार हो जाते हैं।

ग्लोरीफायर ऐप इसी समस्या का समाधान करता है। इसके द्वारा विद्यार्थी अपने प्रोजेक्ट्स को सोशल प्लेटफॉर्म पर रिकॉर्ड और शेयर कर सकते हैं, यह प्लेटफॉर्म अध्यापकों, मेंटर्स, उद्यमियों एवं निवेशकों के लिए उपलब्ध होता है जिससे वे इन विचारों को समझ सकते हैं।

अगर उन्हें यह प्रोजेक्ट रोचक लगता है तो वे प्रोजेक्ट पेश करने वाले विद्यार्थी से बातचीत कर सकते हैं और इसके बारे में गहन जानकारी पा सकते हैं और इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए विद्यार्थी को संरक्षण, सहयोग और/या वित्तपोषण प्रदान कर सकते हैं।

द एन्टरेप्रेन्यूरशिप स्कूल, गुड़गांव द्वारा चुना गया इन्क्यूबेशन के लिए

इस मौके पर टीईएस के सीईओ संजीव शिवेश ने कहा, ‘‘ग्लोरीफायर भार्गवी गोयल द्वारा पेश किया गया प्रभावी ऐप है, जो खुद एक किशोरी हैं। हम इस ऐप को लेकर बेहद उत्साहित हैं, यह ऐप प्रतिभाशाली बच्चों की क्षमता को सही मार्गदर्शन प्रदान करता है, जो अपनी प्रतिभा से समाज में बड़ा बदलाव ला सकते हैं।

हमें उम्मीद है कि देश भर के विद्यार्थी इस सोशल प्लेटफॉर्म को अपनाएंगे। हम भार्गवी के फोकस से बेहद प्रभावित हैं, जिन्होंने किशोर स्कूली विद्यार्थियों के सामने आने वाली चुनौतियों के समाधान के लिए अनूठा दृष्टिकोण पेश किया है।

टीईएस इन्क्यूबेशन प्रोग्राम ऐप के विकास से लेकर, संस्थापकों के द्वारा संरक्षण, उपयोगकर्ताओं को आकर्षित करने तथा सही हितधारकों एवं निवेशकों के सहयोग को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

‘‘ग्लोरीफायर ऐप प्रधानमंत्री जी के स्टार्टअप इण्डिया दृष्टिकोण को साकार रूप देने के लिए आदर्श मंच है। सभी स्कूल इस ऐप को अपनाकर प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को अपने विचार साझा करने के लिए प्रोत्साहित कर सकते हैं और उनकी उद्यमी महत्वाकांक्षाओं को सही मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं।’’ शिवेश ने कहा।

इस चुनाव पर अपने विचार अभिव्यक्त करते हुए टीईएस के निदेशक मसरूर लोदी ने कहा,  ‘‘हमें खुशी है कि भार्गवी गोयल के इस ऐप को द एन्टरेप्रेन्यूरशिप स्कूल के इन्क्यूबेशन प्रोग्राम में शामिल किया गया है।

हालांकि उनकी उम्र अभी कम है, लेकिन उनका यह विचार बेहद शक्तिशाली है, हमें विश्वास है कि संरचित इन्क्यूबेशन के द्वारा उनके इस आइडिया की सम्पूर्ण क्षमता का सही इस्तेमाल किया जा सकेगा।

उन्होंने डीपीएस, वसंत कुंज में स्कूल छात्र नेता के रूप में सशक्त नेतृत्व कौशल का भी प्रदर्शन किया है, वे आज के स्कूली विद्यार्थी की महत्वाकांक्षाओं और चुनौतियों को भली-भांति समझती हैं। हमने उनका चुनाव करने से पहले तकरीबन तीन महीने तक उनके काम का मूल्यांकन किया है।

उन्होंने कड़ी मेहनत की है। मैं उनके इस दृष्टिकोण से बेहद प्रभावित हूँ, जो एक युवा सशक्तीकरण मंच है और हर विद्यार्थी के सपनों को स्टार्टअप के रूप में बदलने में मदद कर सकता है।’’

इस मौके पर भार्गवी गोयल ने कहा, ‘‘मुझे गर्व है कि मुझे टीईएस के इन्क्यूबेशन प्रोग्राम के लिए चुना गया है। ग्लोरीफायर एक ऐसा मंच होगा जहां हर विद्यार्थी अपने विचारों को सही अर्थ दे सकेगा और अपने सपनों की परियोजनाओं को साकार कर सकेगा।

मैंने इस पर एक साल से ज़्यादा काम किया है और अब यह ऐप पूरी तरह से फंक्शनल है। मैं ग्लोरीफायर को युवा विद्यार्थियों के लिए सर्वश्रेष्ठ मंच के रूप में पेश करना चाहती हूँ। इसीलिए मैंने टीईएस के इन्क्यूबेशन प्रोग्राम में शामिल होने का फैसला लिया है।’’

शिवेश ने कहा, ‘‘उद्यमिता बेहद चुनौतीपूर्ण है इसलिए इसे उचित संरक्षण की आवश्यकता है। भारत सरकार भी स्टार्टअप इण्डिया दृष्टिकोण को बढ़ावा दे रही है, ऐसे में यह युवाओं के लिए उद्यमी बनने का सही समय है।

युवा उद्यमी भारतीय अर्थव्यवस्था को कामयाबी की नई उंचाईयों तक ले जा सकते हैं और ग्लोरीफायर की तरह के इनोवेटिव वेंचर्स देश में कारोबार के परिवेश को नए आयाम प्रदान करेंगे। ग्लोरीफायर युवा भारतीयों का मंच है जिस पर कोई भी व्यक्ति अनूठी चीज़ें कर सकते हैं और आपने जुनून एवं जोश को सही राह प्रदान कर सकता है।’’

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