मुंबई। महाराष्ट्र में सरकार गठन को लेकर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बीच बातचीत पूरी हो जाने के बाद दोनों पार्टियां बातचीत के लिए शिवसेना से संपर्क करेंगी। दोनों दलों के शीर्ष नेताओं ने मंगलवार को यहां यह बात कही। राकांपा अध्यक्ष शरद पवार के साथ संयुक्त रूप से एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा कि शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने औपचारिक रूप से पहली बार सोमवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से संपर्क किया था।
उन्होंने कहा, “कई ऐसे मुद्दे हैं, जिनपर चर्चा की जरूरत है। दोनों दलों ने एकमत से तय किया कि पहले हम अपने बीच (कांग्रेस-राकांपा) चर्चा कर लें, उसके बाद कोई अंतिम निर्णय लेने से पहले एक न्यूनतम साझा कार्यक्रम और अन्य पहलुओं पर शिवसेना से बातचीत करेंगे।” पटेल ने यह भी कहा कि जिस तरीके से सरकार ने राष्ट्रपति शासन लागू किया है, वह लोकतंत्र का मजाक है।
उन्होंने कहा, “राज्यपाल ने पहले भाजपा को आमंत्रित किया गया, उसके बाद शिवसेना को बुलाया गया और बाद में राकांपा को, लेकिन कांग्रेस को उन्होंने सरकार बनाने की संभावना तलाशने के लिए आमंत्रित तक नहीं किया।” पवार ने कहा कि राष्ट्रपति शासन दोनों दलों को चर्चा करने के लिए एक राहत की तरह है। दोनों दलों के सूत्रों ने अनाधिकारिक रूप से दावा किया कि सरकार बनाने की कोशिश में लगीं पार्टियों के बीच चर्चा और फार्मूला तय हो जाने के बाद बहुत जल्द ही राज्य को कोई अच्छी खबर मिलने वाली है।