लखनऊ। कमलेश तिवारी के हत्याकांड के आरोपियों को पुलिस जी जान से ढूंढने में लगी हुई है। इस बीच दोनों को शाहजहांपुर में देखा गया है। सीसीटीवी में तस्वीर आने के बाद से एसटीएफ ने होटलों और मदरसों के मुसाफिरखानो में ताबड़तोड़ छापेमारी की। फिलहाल एसटीएफ की टीम शाहजहांपुर में डेरा जमाए हुए है।
रेलवे स्टेशन पर होटल पैराडाइस में लगे कैमरे की सीसीटीवी फुटेज में दोनों संदिग्ध हत्यारे दिखाई दिए हैं। दोनों संदिग्धों ने रेलवे स्टेशन पर इनोवा गाड़ी छोड़ दी और पैदल रोडवेज बस स्टैंड की तरफ जाते हुए दिखाई दिए हैं। सूत्रों की मानें तो कमलेश तिवारी हत्या के संदिग्ध हत्यारे लखीमपुर जिले के पलिया से इनोवा गाड़ी बुक करा कर शाहजहांपुर पहुंचे थे। संदिग्धों की शाहजहांपुर में लोकेशन मिलने पर एसटीएफ ने तड़के 4 बजे कई होटलों, मदरसों और मुसाफिरखाना में ताबड़तोड़ छापेमारी की।
नाका के होटल से मिले हत्यारों के खून से सने भगवा कपड़े
हिंदू समाज पार्टी के पूर्व अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या मामले में रविवार को पुलिस ने लखनऊ के नाका इलाके में स्थित एक होटल से आरोपियों के खून से सने भगवा कपड़े बरामद किए हैं। बताया जा रहा है कि घटना के दिन 18 अक्टूबर को सुबह 10:38 मिनट पर ये दोनों होटल से निकले। दोनों हत्यारो के हाथ मे वो मिठाई का डिब्बा बैग भी है जिसमे पिस्टल और चाकू था। इस दौरान दोनों भगवा कलर के कपड़े भी पहने रहे। उसके बाद वारदात को अंजाम देने के बाद 1:21 बजे होटल खालसा इन वापस आये। 10 मिनट बाद दोनों होटल कर्मियों को बगैर सूचना दिए कमरा छोड़ दिया और फरार हो गए। दोनों ने एक दिन पहले 17 को रात 11:8 मिनट पर होटल लिया था ।
हत्यारों ने 18 अक्टूबर को वारदात को अंजाम देने के बाद होटल में जाकर खून से सना हुआ कुर्ता बदला था, जिसे पुलिस ने आज बरामद कर लिया है। मौके पर फोरेंसिक टीम कपड़ों की जांच कर रही है। पुलिस के मुताबिक, होटल के कमरे से भगवा कपड़े के अलावा मोबाइल फोन, सेविंग किट और आरोपियों के बैग बरामद किए गए हैं।
बता दें कि बीते शुक्रवार को ही हिंदू समाज पार्टी के अध्यक्ष कमलेश तिवारी की हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड में गुजरात से तीन और यूपी से दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। यूपी के बिजनौर के दो मौलानाओं की भी भूमिका की जांच की जा रही है। वर्ष 2015 में इन दोनों मौलानाओं ने कमलेश तिवारी का सिर कलम करने वालों को डेढ़ करोड़ रुपये इनाम देने की घोषणा की थी।