जम्मू-कश्मीर से धारा 370 और 35ए हटने के बाद से कश्मीर हिन्दुस्तान में पूरी तरह से शामिल हो चुका है यह बात पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान के गले से नीचे नहीं उतर रही है। यही कारण है कि पाक इस मामले का रोना लेकर अंतराष्ट्रिय स्तर पर जाकर अपनी बेइज़्जती करवा चुका है लेकिन फिर भी वह मानने के लिए तैयार नहीं है।
बार-बार गीदड़भभकी देकर वह भारत को युध्द के लिए उकसा रहा है। कुछ ऐसा ही देखने को मिला है रावलपिंडी के जनरल मुख्यालय में रक्षा और शहीद दिवस के कार्यक्रम में जिसे संबोधित करते हुए सेनाध्यक्ष जनरल कमर जावेद बाजवा ने भारत के खिलाफ आखिरी गोली तक लड़ने की धमकी दे डाली।
आगे बाजवा ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर वह किसी भी हद तक जाने को तैयार है। इसके बाद उन्होनें अपने देश के इतिहास के खिलाफ बयान देते हुए कहा कि पाकिस्तान दुनिया को शांति और सुरक्षा का संदेश दे रहा है। 1971 के युध्द को भूलते हुए बाजवा ने शेखी बघारी और कहा कि उनका सैनिक कश्मीर के लिए आखिरी गोली तक लड़ता रहेगा।
यूँ तो आतंकवाद और आतंकवादी पाक की गोदी में ही फल-फूल रहे है पर फिर भी पाक खुद को आतंक पिड़ित बताता है। बाजवा का कहना है कि आतंकवाद के खिलाफ युध्द में पाकिस्तान ने अपनी ज़िम्मेदारी पूरी की है। अब विश्व समुदाय आतंकवाद और अतिवाद के सभी रूपों को खारिज करे।