नई दिल्ली- कांग्रेस सरकार के दिग्गज नेता और केंद्र में कांग्रेस के रहते देश के पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम इस वक्त मुश्किलों के दौर से गुजर रहे है। कारण यह है कि उनका और उनके बेटे का नाम आईएनएक्स मीडिया केस में शामिल हुआ है।
उन पर आरोप है कि उन्होनें तय सीमा से आगे बढ़कर विदेशो से धनराशी ली है। इस मामले ने जब दिन का उजाला देखा तो चिदंबरम के गिरेहबान खतरें में पड़ गए क्योंकि सीबीआई का हाथ उन तक पहुँचना तय था। पहले तो वह गिरफ्तारी से बचने के लिए इधर-उधर भागते रहे। लेकिन अंतकाल वह बड़े ही नाटकीय ढ़ंग से सीबीआई के हत्थे चड़े। जिसके बाद सीबीआई उन्हें वहाँ से अपने कार्यलय ले गई।
विशेष अदालत से सीबीआई दव्ारा उन्हें 4 दिन की रिमांड पर भेज दिया गया है जहाँ पर उनसे लगातार पूछताछ का सिलसिला जारी है। देर रात 12 बजे तक उनसे पूछताछ चली। रात तक पूछताछ का दौर चलने के बाद ही वह सो सके। हालांकि वे सुबह 7 बजे से पहले ही उठ गए, जिसके बाद उन्होनें चाय पी और चाय पीने के बाद उनसे दोबारा पूछताछ का सिलसिला शुरू हो गया ।
गौरतलब है कि सीबीआई की विशेष अदालत ने गुरुवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम को पूछताछ के लिए सीबीआई की चार दिन की हिरासत में भेज दिया था। विशेष न्यायाधीश अजय कुमार कुहार ने यह फैसला सुनाया। पहले उन्होनें दोनों पक्षों की दलीलें सुनी और सुनने के बाद जज ने फैसला सुरक्षित रख लिया, जिसके कुछ समय बाद फैसला सुनाया गया।
अदालत ने यह भी कहा कि चिदंबरम के परिवार के सदस्य और उनके वकील उनसे मिलने के लिए स्वतंत्र होंगे। सीबीआई का अगुवाई करते हुए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता को हिरासत में लेने की मांग की।