नई दिल्ली। मोदी सरकार देश के भ्रष्टाचारी नेताओं पर क़हर बनकर बरस रही है। देश के बड़े से बड़े बिजनेसमेन हो या फिर किसी भी पार्टी का कितना भी ताकतवर नेता। सीबीआई सबकी फाइलों को हर सिरे से जाँच कर उसपर अपनी कार्यवायी करने से पीछे नहीं हट रही है। ताकत और सत्ता के मद में चूर नेताओं ने पिछली सरकारों में अपनी खूब मनमानी की। बड़े से लेकर छोटे कामों का हवाला देकर सरकारी खजानों से काफी पैसा लूटा जो असल में इस देश की जनता का पैसा था जो उन्ही के दिए हुए टैक्स और ड्यूटीज़ से सरकारी खजाने में जमा होता है और उन्हीं के भरण-पोषण में इस्तेमाल होना होता है लेकिन जब कोई पार्टी सत्ता में आती है तो उसके कुछ दिग्गज नेता ऐसे होते है जिनकी भूख का आलम ऐसा हो जाता है कि वह मानो मिटने का नाम ही ना लेना चाहती हो। सत्ता का यह नशा सिर्फ उनकी दौलत की भूख ही नहीं बढ़ाता बल्कि उन्हें नियम कानून तोड़कर अपने मन की करने का जज़्बा भी देता है। आजकल ऐसा ही एक नाम चर्चा में है और वह नाम है कांग्रेस के दिग्गज नेता और देश के पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम का।
दरअसल पी चिदंबरम इस वक्त चर्चा में इसलिए है क्योंकि सीबीआई हाथ धोकर उनके पिछे पड़ी, और पड़े भी क्यों ना आखिरकार मामला ही कुछ ऐसा है। INX मीडिया के नाम से विदेशों से मनमाने ढ़ंग से रिश्वत लेने का गंभीर आरोप जो उनके दामन पर लग चुका है। इस राज़ से पर्दा उठते ही उनपर गिरफ्तारी की तलवार लटकनी शुरु हो गई थी। हालांकि अपने बचाव के लिए उन्होनें सुप्रीम कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया और अग्रीम जमानत की याचिका दायर की जिसपर तुरन्त सुनवाई नहीं हो सकी और शुक्रवार को सुनवाई होने की बात सामने आ रही है। इस मुताबिक सीबीआई और ईडी के पास चिदंबरम को अपने चंगुल में लेने के लिए सिर्फ 48 घंटो का ही वक्त था। सीबीआई पिछले कई घंटो से चिदंबरम तक पहुँचने की पुरज़ोर कोशिश में लगी हुई थी पर उसके हाथ सिर्फ निराशा ही लग रही थी। लेकिन आखिरकार बुधवार की रात वह वक्त भी आया जब सीबीआई ने चिदंबरम को अपनी गिरफ्त में ले ही लिया, लेकिन यह सब बेहद नाटकीय ढ़ंग से हुआ।
आपको बता दें कि सूत्रो से सीबीआई को यह ख़बर मिली कि 8 बजे कांग्रेस के दफ्तर में एक कांन्फ्रेंस होने जा रही है जिसमें पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता शामिल होने वाले है। ख़बर के मुताबिक दफ्तर में कांन्फ्रेस के लिए कपिल सिब्बल, अभिषेक मनु सिंघवी, सलमान खुर्शीद, गुलाम नबी आजाद समेत बड़े नेता पहुंचे और आखिर में पहुँचे पी। चिदंबरम। यह ख़बर मिलते ही सीबीआई के तमाम अफसर कांग्रेस दफ्तर के लिए रवाना हुए 08।18 पर जब सीबीआई टीम पहुँची तो वह कांन्फ्रेस खत्म हो चुकी थी और चिदंबरम अपने घर के लिए निकल चुके थे।
उनका पीछा करते हुए सीबीआई भी उनके घर पहुँची गई लेकिन घर के दाखिल होना टीम के लिए किसी चुनौती से कम नहीं था क्योंकिं वहाँ कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जमावड़ा लगा हुआ था। जिसके चलते गेट खुलवा पाना आसान नहीं था, लोग दिल्ली पुलिस के खिलाफ नारे लगा रहे थे और कुछ लोगों से मारपीट भी की। मामले की गंभीरता को देखते हुए सीबीआई ने दिल्ली पुलिस की अधिक फोर्स बुलाई जिसने वहाँ आकर समर्थकों को हटाया और इसी बीच सीबीआई घर की दिवार फांदकर घर के अंदर घुस गयी और चिदंबरम को गिरफ्तार कर लिया। अब सीबीआई के द्वारा गुरुवार को चिदंबरम को कोर्ट में पेश कर न्यायिक हिरासत की मांग की जाएगी।