रामपुर। उत्तर प्रदेश के रामपुर से सांसद और समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता आज़म खां की मुश्किले इन दिनों कम होने का नाम ही नहीं ले रही है। कुछ वक्त पहले गाज उनकी बनवायी जौहर यूनिवर्सिटी पर गिरी थी तो उसी के आसपास उनके द्वारा संसद में की गई टिप्पड़ियों के चलते भी उन्हें घेर लिया गया था। इन सब के बाद अब सरकारी गाज गिरी है आज़म खां के आलीशान रिज़ॉर्ट हमसफर की दिवारों पर।सरकारी ज़मीन पर कब्ज़ा कर बनवाया हुआ रिज़ॉर्ट हमसफर अखिलेश सरकार में बनवाया गया था और इसका लोकार्पण भी खुद अखिलेश यादव ने किया था।
दरअसल, सिंचाईं विभाग के नाले के करीब एक हजार गज जमीन पर अवैध कब्जा कर रिज़ॉर्ट का निर्माण करने वाले समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खां के खिलाफ जिला प्रशासन ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। ऐसे में सांसद आजम खां के रिजॉर्ट जो कि जौहर यूनिवर्सिटी रोड पर बना है उसकी दीवार पर शुक्रवार को प्रशासन ने बुलडोजर चलवा दिया। सिंचाई विभाग का यह आरोप है कि रिजॉर्ट बनाने के लिए नाले की जमीन पर कब्जा कर लिया गया है जिस कारण बढ़कुशिया नाला बंद हो गया है।
सिंचाई विभाग ने इसी सिलसिले में उपजिलाधिकारी सदर प्रेम प्रकाश तिवारी के न्यायालय में वाद दायर किया था। तीन हफ्ते पहले उपजिलाधिकारी ने आदेश जारी किए थे कि अतिक्रमण को हटा दिया जाए, लेकिन इसके बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया। उपजिलाधिकारी प्रेम प्रकाश तिवारी, एसडीओ सिंचाई सिकंदर खान पूरी टीम के साथ पांच बुलडोजर और भारी पुलिस फोर्स के साथ रिजॉर्ट पहुंचे।
कार्रवाई के दौरान जौहर यूनिवर्सिटी रोड की ओर आने वाला रास्ता दो घंटो के लिए बंद कर दिया गया था, ऐसा शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए किया गया। इस मामले में सिंचाई विभाग का कहना है कि 1000 वर्ग गज जमीन पर अवैध कब्जा किया गया था। जबकि एसडीएम ने बताया कि 300 मीटर की दीवार अभी तोड़ी गई है। जिला अधिकारी आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि नाले पर अतिक्रमण था उसको हटवा दिया गया है। इस मामले में कई बार आज़म खां को नोटिस भी भेजा गया पर उधर से जब कोई जवाब नहीं आया तब यह कार्रवाई की गई।