शनिवार को कांग्रेस की कार्य समिति ने पार्टी की बागडोर को सोनिया गांधी को सौंपने का फैसला लिया जिसे सोनिया ने मंजूरी भी दे दी। दरअसल, बतौर अध्यक्ष सोनिया गांधी वर्ष 1998 से 2017 तक पार्टी की कमान संभाल चुकी हैं। आपको बता दें कि कांग्रेस कार्यसमिति में अध्यक्ष के पद के लिए पहले तो राहुल, प्रियंका और सोनिया गांधी तीनों ने ही मना कर दिया था।
इसके बाद सब ने उन्हें सुझाव दिया कि आप तीनों ही अब कोई नाम तय कर लें , लेकिन जब बात इस पर भी नहीं बन सकी तो कमेटी ने सोनिया को ही इस पद पर बैठाने का निर्णय कर लिया और सोनिया गांधी ने भी इसे अपनी मंजूरी दे दी।
Congress Working Committee unanimously names Smt. Sonia Gandhi as Interim President. pic.twitter.com/pqoZKZchqe
— Congress (@INCIndia) August 10, 2019
इस फैसले को लेने के लिए कांग्रेस कार्यसमिति की दो बार बैठक हुई। इस दो बार हुई बैठक में तीन प्रस्ताव पारित किए गए । पहले प्रस्ताव में राहुल के पार्टी में किए गए अब तक के योगदान की सराहना की गई तो वहीं दुसरे में सोनिया गांधी के अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त किए जाने और तीसरे प्रस्ताव में जम्मू-कश्मीर की स्थिति का उल्लेख किया गया है। आपके बता दें कि पहले प्रस्ताव में बतौर अध्यक्ष रहते हुए राहुल गांधी के योगदान की तारीफ करते हुए लिखा गया है कि राहुल गांधी ने बेबाकी से देश के मुद्दों को उठाया, पार्टी को नई ऊर्जा दी और कांग्रेस के सभी कार्यकर्ताओं को प्रेरित किया।