नई दिल्ली। पंजाब नेशनल बैंक घोटाले के मुख्य आरोपी मेहुल चोकसी को भारत लाया जाएगा। चौकसी अब भी एंटिगुआ में रह रहा है लेकिन वहां के प्रधानमंत्री का कहना है कि वह जल्द ही मेहुल चोकसी की नागरिकता रद्द करने वाले हैं। उनके मुताबिक, भारत की ओर से लगातार इसको लेकर दबाव बनाया जा रहा था।
नीरव मोदी और मेहुल चोकसी पर 13 हजार करोड़ रुपए का घोटाला करने का आरोप था। ये मामला 2018 में सामने आया था, तभी से ही विपक्ष इस मुद्दे पर मोदी सरकार को निशाना बनाए हुए है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि भारत अभी इस इंतजार में है कि पहले एंटिगुआ की सारी कानूनी प्रक्रिया खत्म हो जाए। उसके बाद ही अपने स्तर पर चोकसी को वापस लाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। बता दें कि भारत को अभी तक चोकसी के नागरिकता रद्द होने पर कोई सूचना नहीं मिली है।
एंटिगुआ के प्रधानमंत्री के मुताबिक, मेहुल चोकसी को पहले यहां की नागरिकता मिली हुई थी लेकिन अब इसे रद्द किया जा रहा है। साथ ही उनका कहना है कि हम किसी भी ऐसे व्यक्ति को अपने देश में नहीं रखेंगे जिसपर किसी भी तरह के आरोप लगे हों। प्रधानमंत्री गैस्टन ब्राउन के अनुसार, अब एंटिगुआ में मेहुल चोकसी पर किसी तरह का कानूनी रास्ता नहीं बचा है जिससे वह बच निकले इसलिए उसकी भारत वापसी लगभग तय है।
उन्होंने कहा कि अभी मेहुल चोकसी से जुड़ा पूरा मामला कोर्ट में है इसलिए हमें पूरी प्रक्रिया का पालन करना होगा। एंटिगुआ के प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने इसको लेकर भारत सरकार को पूरी जानकारी दे दी है। हालांकि मेहुल चोकसी को सभी कानूनी प्रक्रिया पूरा करने का समय दिया जाएगा। जब उसके पास कोई भी कानून ऑप्शन नहीं बचेगा, तो उसे भारत को सौप दिया जाएगा।