लखनऊ। छात्र और शिक्षक का रिश्ता पवित्र माना जाता है लेकिन 9वीं में पढ़ने वाले छात्र ने ऐसा कांड कर दिया जिसके छात्र-शिक्षक के रिश्ते को बदनाम करने का काम किया है। दरअसल, छात्र ने अपनी क्लास टीचर को लव लैटर लिख दिया था। इसकी शिकायत टीचर ने प्रिंसिपल से कर दी जिसके बाद छात्र को स्कूल से निकाल दिया गया। ऐसा लग रहा था कि मामला खत्म हो गया लेकिब बाद में आरोपी छात्र के पिता ने बेटे की गलती मानने से ही इंकार कर दिया। पिता का कहना था कि दो लेडी टीचर्स उसके बेटे से नफरत करती हैं। इनका तबादला किया जाए और मेरे बेटे का एडमिशन फिर से हो।
महिला ने टीचर ने बताया कि मैं रोज की तरह बच्चों को पढ़ा रही थी। पीरियड खत्म होने की घंटी बजी। मैं टीचर्स रूम में चली गई। चूंकि वहां पर कोई नहीं था। मैं कुर्सी पर बैठ गई। पांच मिनट गुजरा ही होगा कि नौवीं में पढ़ने वाला एक छात्र आया और उसने मेरे टेबल पर एक पेपर रखकर चला गया। मैंने पेपर उठा कर देखा तो वह प्रेम पत्र था।
उन्होंने बताया कि मुझे यह हरकत बिल्कुल नागवार गुजरी। मैं प्रेम पत्र लेकर प्रिंसिपल के पास गई। उन्होंने लेटर देखा। उन्होंने सबसे पूछा यह लेटर किसने लिखा। कमरे में आए लड़के ने बताया कि उसने तो सिर्फ वह लेटर पहुंचाया है उसने नहीं लिखा। प्रिंसिपल ने लेटर की हैंड राइटिंग से पत्र लिखने वाले आरोपी छात्र को पहचान लिया। जिसके बाद उसे स्कूल से निष्कासित कर दिया गया।