नई दिल्ली। सीबीएसई दसवीं की परीक्षा का रिजल्ट आया तो अपने बेटे द्वारा पाए गए नंबर को देखकर माता-पिता के आंसू निकल गए। तीन पेपर देने के बाद बेटे की मौत हो गई थी। रिजल्ट आया तो उसने अंग्रेजी में 100 अंक हासिल किए, विज्ञान में 96 और संस्कृत में 97 अंक हासिल किए। दुर्भाग्यवश वह तीन ही परीक्षा दे पाया था और शेष दो विषयों की परीक्षा में बैठने से पहले ही मार्च में उसकी मृत्यु हो गई थी।
श्रीधर जब 2 साल का था तब वह मस्कुलर डिस्ट्रॉफी (मांसपेशियों से संबंधी बीमारी) से ग्रसित हो गया था। यह बीमारी डिस्ट्रोफिन की कमी के कारण होती है, जो एक तरह का प्रोटीन होता है। यह मांसपेशियों को सही काम करने में मदद करता है।
श्रीधर की मां ममता ने बताया, ‘बेटा कहता था कि वह एस्ट्रोनॉट बनना चाहता है। वह कहता था कि अगर स्टीफन हॉकिंग्स ऑक्सफोर्ड में पढ़ाई और कॉस्मोलॉजी में नाम कमा सकते हैं तो मैं भी स्पेस में जा सकता हूं। उसे पूरी उम्मीद थी कि वह जरूर टॉप करेगा।’ उनकी मां से बताया कि उसके विश्वास को देखकर हम दंग रह जाते थे और उसे हमेशा प्रेरित करते थे।