ब्रिटेन से भागकर आतंकी संगठन आईएसआईएस में शामिल होने सीरिया गई लड़की शमीमा बेगम को लेकर बांग्लादेश के विदेश मंत्री ने कहा है कि अगर उसने ढाका में कदम रखा तो उसे आतंकवाद का समर्थन करने के जुर्म में फांसी पर चढ़ा दिया जाएगा। शमीमा जब सीरिया गई थी तो वो 17 साल की थी। अब वो 19 साल की हो गई है।
मंत्री अब्दुल मोमेन ने कहा कि शमीमा आईएसआईएस में शामिल होने के लिए सीरिया चली गई और अब सीरिया में अल होल मरूभूमि शरणार्थी शिविर में रह रही है। शमीमा बेगम को कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी क्योंकि बांग्लादेश आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करता है।
ब्मोमेन ने ब्रिटिश आईटीवी न्यूज से कहा, ‘हमारा शमीमा बेगम से कोई लेना-देना नहीं है। वह बांग्लादेशी नागरिक नहीं है। उसने कभी बांग्लादेश की नागरिकता के लिए आवेदन नहीं दिया। वह ब्रिटेन में जन्मी और उसकी मां ब्रिटिश है।’ उन्होंने कहा, ‘यदि कोई आतंकवाद में संलिप्त पाया जाता है तो हमारे यहां सीधा नियम है, मृत्युदंड। कुछ और नहीं। उसे जेल में डाला जाएगा और तत्काल उसे फांसी पर चढ़ा दिया जाएगा। ‘