श्रीलंका की राजधनी कोलम्बो में रविवार को ईस्टर के मौके पर एक बेहद दर्दनाक घटना घुट हुई। कोलम्बो के तीन गिरजाघरों और तीन होटलों को निशाना बनाया गया जिसमे 290 लोगों की मौत हो गयी साथ ही 500 लोगों की घायल होने की खबर सामने आयी है। इस भीषण धमाके में मरने वालों में छह भारतीय भी शामिल हैं। पुलिस ने सोमवार को बताया कि हमले में मारे गए विदेशियों में कम से कम छह भारतीय नागरिकों के शामिल होने की खबर है।
Indian High Commission in Colombo has conveyed that National Hospital has informed them about the death of three Indian nationals. Their names are Lokashini, Narayan Chandrashekhar and Ramesh. We are ascertaining further details. /3
— Chowkidar Sushma Swaraj (@SushmaSwaraj) April 21, 2019
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने धमाके मारे गए दो अन्य लोगों की सोमवार को पहचान भी की और ट्वीट के ज़रिये इसकी जानकारी दी। उन्होंने ट्वीट किया कि कोलंबो में भारतीय उच्चायोग ने बताया है कि नेशनल हॉस्पिटल ने तीन भारतीयों की मौत हुई है। इनके नाम लक्ष्मी, नारायण चंद्रशेखर और रमेश है। इसी में उच्चायुक्त ने ट्वीट किया, ” हम बड़े दुख के साथ कल हुए हमले में दो लोगों के. जी हनुमंतरायप्पा और एम रंगयप्पा के निधन की पुष्टि करते हैं।हमले के पीछे ताहीद ज़मात संगठन पर शक
सूत्रों से मिली खबरके मुताबिक, इन हमलों के पीछे तौहिद जमात संगठन का नाम सामने आ रहा है। यह एक इस्लामिक संगठन है जिसका एक समुदाय भारत के तमिलनाडु में सक्रिय है। इसका नाम आतंकी घटनाओं से जुड़ता रहा है। इन हमलों से पहले श्रीलंका के मुख्य पुलिस अधिकारी ने चेतावनी थी कि देशभर के चर्चों को निशाना बनाया जा सकता है।मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पुलिस मुखिया पूजुथ जयसुंद्रा ने 11 अप्रैल को श्रीलंका के वरिष्ठ अधिकारियों को चेतावनी दी थी। अपने भेजे हुए अलर्ट में उन्होंने लिखा था, ‘विदेशी खुफिया विभाग से जानकारी मिली है कि नेशनल तौहिद जमात (एनजीटी) नाम का संगठन आत्मघाती हमले करने की तैयारी कर रहा है।’ रविवार को हुए हमले ठीक उसी तरह के हैं जिन्हें इस्लामिक संगठन अंजाम देता है।