कहते हैं कि दुश्मन का दुश्मन दोस्त होता है, पहले यह बात एक मुहावरा लगती थी लेकिन जब बात राजनीति की हो तो यह कहावत और ज्यादा सच साबित होती नज़र आती है। 1995 के गेस्टहाउस कांड के 24 साल बाद दोनों नेता एक मंच पर जुट रहे हैं।24 साल तक एक-दूसरे को बेहद नापसंद करने वाले समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव और बीएसपी सुप्रीमो मायावती एक मंच पर नजर आए। मायावती गेस्ट हाउस कांड को भुलाकर समाजवादी पार्टी के गढ़ मैनपुरी में शुक्रवार को मुलायम सिंह के लिए वोट मांगने पहुंचीं। मंच पर मुलायम सिंह के पहुंचने पर मायावती ने खड़े होकर उनका स्वागत किया।लोकसभा चुनाव 2019 के तीसरे चरण में जिन सीटों पर वोटिंग होनी है उसमें एक सीट मैनपुरी है जहां 23 अप्रैल को वोटिंग है। सपा-बसपा और आरएलडी के महागठबंधन की उत्तर प्रदेश के मैनपुरी में संयुक्त रैली है। मैनपुरी की क्रिश्चियन फील्ड में होने वाली इस रैली में मायावती और मुलायम सिंह के साथ मंच साझा कर रहे हैं। इसके जरिये महागठबंधन प्रतिद्वंद्वियों को यह संदेश देने की कोशिश करेगा कि सभी दल भाजपा के खिलाफ एकजुट हैं।