लखनऊ। समाजवादी पार्टी से अलग होकर अपनी पार्टी बनाने वाले अखिलेश यादव के चाचा शिवपाल यादव ने पीस पार्टी और अपना दल समेत लगभग 64 छोटे दलों का समर्थन होने का दावा किया है। मंगलवार को शिवपाल ने इसी घोषणा के साथ 31 लोकसभा सीटों से अपने अलग उम्मीदवारों को टिकट दिया है। जसवंतनगर से विधायक शिवपाल सिंह यादव खुद भी फ़िरोज़ाबाद से चुनावी मैदान में उतरेंगे।
फ़िरोज़ाबाद सपा की पारंपरिक सीट मानी जाती है और यहां से आगामी चुनावों में रामगोपाल यादव के बेटे और अखिलेश यादव के चचेरे भाई अक्षय यादव चुनाव लड़ रहे हैं। फिरोजाबाद सीट पर समाजवादी पार्टी का अच्छा-खासा प्रभाव है और बीते आम चुनावों में मोदी लहर के बावजूद सपा फिरोजाबाद सीट पर जीत हासिल करने में कामयाब रही थी। पिछली बार भी अक्षय यादव ही सपा के टिकट पर संसद पहुंचे थे। वहीं शिवपाल यादव प्रदेश की राजनीति का बड़ा नाम माने जाते हैं। ऐसे में फिरोजाबाद सीट पर मुकाबला दिलचस्प होने की उम्मीद की जा रही है।
इस बीच उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा और रालोद महागठबंधन की संयुक्त चुनाव रैलियां चरणबद्ध तरीके से होली के बाद शुरू हो जाएंगी। पश्चिमी उत्तर प्रदेश से इन संयुक्त रैलियों की शुरूआत नवरात्र के पवित्र दिनों में होगी। पहली संयुक्त रैली सात अप्रैल को देवबंद में होगी जिसको बसपा प्रमुख मायावती, सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव एवं राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष अजीत सिंह संबोधित करेंगे। इस तरह की रैलियां पूरे राज्य में होंगी जिसमें गठबंधन के नेता संयुक्त रूप से मंच साझा करेंगे।