नई दिल्ली। रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने बड़े भाई का फर्ज निभाते हुए छोटे भाई अनिल अंबानी को जेल जाने से बचा लिया। मुकेश अंबानी ने एरिक्सन को 550 करोड़ रुपए के बकाए का भुगतान मंगलवार को कर दिया।अनिल अंबानी ने सही समय पर मदद करने के लिए बड़े भाई मुकेश और भाभी नीता अंबानी का धन्यवाद किया और आभार जताया।
अनिल अंबानी ने मुकेश अंबानी तो धन्यवाद देते हुए लिखा कि ‘मैं अपने आदरणीय बड़े भाई मुकेश और भाभी नीता के इस मुश्किल वक्त में मेरे साथ खड़े रहने और मदद करने का तहेदिल से शुक्रिया करता हूं। समय पर यह मदद करके उन्होंने परिवार के मजबूत मूल्यों और परिवार के महत्व को रेखांकित किया है। मैं और मेरा परिवार बहुत आभारी है कि हम पुरानी बातों को पीछे छोड़ कर आगे बढ़ चुके हैं और उनके इस व्यवहार ने मुझे अंदर तक प्रभावित किया है।’
दरअसल, यह मामला अनिल के नेतृत्व वाली रिलायंस कम्युनिकेशंस पर दूरसंचार उपकरण बनाने वाली स्वीडन की कंपनी एरिक्सन के करीब 550 करोड़ रुपए के बकाया का निपटारा करने से जुड़ा है। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मुताबिक अनिल को मंगलवार तक एरिक्सन का बकाया चुकाना था अन्यथा उन्हें न्यायालय की मानहानि के मामले में जेल जाना पड़ता, लेकिन मुकेश अंबानी ने उन्हें इस मुश्किल घड़ी से निकाल लिया।
बता दें कि दोनों भाईयों के बीच 2004 में कारोबार के बंटवारे को लेकर विवाद हुआ। इसके बाद दोनों ने 2005 में अपने-अपने कारोबार बांट लिए। इस बंटवारे में उनकी मां कोकिला बेन ने बड़ी मदद की थी। दोनों भाईयो ने एक दूसरे के कारोबार में न उतरने का एग्रीमेंट भी किया था। इस एग्रीमेंट को 2010 में खत्म कर दिया गया। इसके बाद मुकेश अंबानी जियो के साथ टेलीकॉम कारोबार में उतरे।