IPL स्पॉट फिक्सिंग के मामले में आजीवन प्रतिबंध का सामना कर रहे एस श्रीसंत को सुप्रीम कोर्ट से आज रहत की सांस मिली है।
सुप्रीम कोर्ट ने श्रीसंत पर लगे आजीवन प्रतिबंध को हटा दिया है। वहीं सुप्रीम कोर्ट ने BCCI से श्रीसंत की सजा पर फिर से विचार करने के लिए कहा है।
A bench of the Supreme Court, headed by Justice Ashok Bhushan, asked the BCCI to decide afresh on the point of quantum of punishment given to S Sreesanth https://t.co/tYPkyXTX59
— ANI (@ANI) March 15, 2019
कोर्ट ने बीसीसीआई से श्रीसंत को सुनवाई का मौका देने और 3 महीने में सजा तय का आदेश दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि बीसीसीआई श्रीसंत पर अपने लगाए प्रतिबंध पर फिर से विचार करें। अदालत ने कहा कि तीन महीने में बीसीसीआई फैसला करे। अदालत ने कहा कि बीसीसीआई श्रीसंत का भी पक्ष सुने। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि लाइफटाइम बैन ज्यादा है।
बता दें कि BCCI ने श्रीसंत पर IPL-2013 में स्पॉट फिक्सिंग का दोषी पाए जाने पर अजीवन प्रतिबंध लगाया था। इसके खिलाफ श्रीसंत ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। इससे पहले BCCI ने कोर्ट में कहा था कि, श्रीसंत पर स्पॉट फिक्सिंग करने के आरोप हैं।
Spot fixing case: Supreme Court asked the BCCI to reconsider its order of life ban on S Sreesanth (file pic) pic.twitter.com/fgF3iAUDx7
— ANI (@ANI) March 15, 2019
सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद श्रीसंत बेहद खुश हैं, उन्होंने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वो फिर से मैदान में उतरने को तैयार हैं। तीन महीने के अंदर बीसीसीआई को फैसला लेना है। लेकिन, ये ज्यादा नही है मैंने इतना लंबा इंतजार किया है, थोड़ा इंतजार और सही। मैं लिएंडर पेस को आदर्श मानता हूं। जब वो 45 साल की उम्र में ग्रैंडस्लैम खेल सकते हैं। नेहरा 38 साल की उम्र में वर्ल्डकप खेल सकते हैं तो मैं क्यों नहीं मैं तो केवल 36 साल का हूं। मेरी ट्रेनिंग जारी है।
Spot fixing case: Supreme Court in its order asked the BCCI to reconsider S Sreesanth's plea within three months. pic.twitter.com/VXrtP0yWzO
— ANI (@ANI) March 15, 2019
श्रीसंत ने 2005 में श्रीलंका के खिलाफ नागपुर में एकदिवसीय मैच के साथ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया था। उन्होंने 2006 में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट पदार्पण किया। श्रीसंत ने 27 टेस्ट में 37,59 के औसत से 87 विकेट जबकि वनडे में 53 मैचों में 33,44 की औसत से 75 विकेट चटकाए।