पटना। बिहार की शिक्षा व्यवस्था का हाल किसी से छुपा नहीं है। अब जो ताज़ा मामला सामने आया है उसे सुनकर आपकी हंसी भी छूटेगी और भारत की शिक्षा व्यवस्था का हाल जानकर अपना माथा भी पकड़ लेंगे। दरअसल यहां सिविल इंजीनियर पदों के लिए पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट द्वारा आयोजित परीक्षा में एक्ट्रेस सनी लियोन ने टॉप किया है। जूनियर इंजीनियर की मेरिट लिस्ट में सनी लियोन नाम की छात्रा पहले नंबर पर आयी हैं। उन्हें 98.5 स्कोर किया है और एजुकेशन प्वाइंट में 73.50 अंक मिले हैं। एक्सपीरियंस प्वाइंट के रूप में 25 नंबर मिले हैं। इस प्रकार वह मेरिट लिस्ट में टॉप हुई हैं। हालांकि यह परिणाम विभाग की तरफ से जारी किया गया है या किसी शरारती तत्व ने छेड़खानी कर इसे वायरल किया है इसकी पुष्टि अभी नहीं हुई है।
इस मामले के मीडिया में आने के बाद राज्य के पीएचईडी मंत्री विनोद नारायण झा ने गुरुवार को कहा कि अभी परीक्षा परिणाम प्रकाशित ही नहीं किए गए हैं। जेई के पदों के लिए जारी नियुक्ति में जिन 17,000 लोगों ने आवेदन किया है, अभी सिर्फ उनकी लिस्ट जारी हुई है, जिससे किसी भी तरह की समस्या पर आवेदनकर्ता जानकारी ले सकें ।
मंत्री ने कहा, “यह नियुक्तियां हैं ही नहीं। इसके बाद आवेदनकर्ताओं की काउंसिलिंग की जाएगी। जहां आवेदकों को अपने रिजल्ट दिखाने होंगे। संभावना है कि कुछ लोगों ने फर्जी नामों के साथ आवेदन पत्र भरा हो। जब वे मार्कशीट लेकर वेरिफिकेशन कराने आएंगे, तब मामला सुलझ जाएगा।” इस मामले के मीडिया में आने से यह खबर सोशल मीडिया पर भी खूब वायरल हो रही है। इस खबर पर अभिनेत्री सनी लियोन ने भी ट्वीट कर लिखा, “मैं बेहद खुश हूं कि दूसरी सनी ने इतना अच्छा स्कोर किया है।”
इधर, बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी प्रसाद यादव ने इस मामले को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर कटाक्ष करते हुए ट्वीट कर लिखा, “नीतीश की ‘फर्जी शिक्षा, फर्जी डिग्री और फर्जी नियुक्ति’ जैसी नीतियों के चलते अब बिहार में ‘सनी लियोन’ ने जूनियर इंजीनियर की परीक्षा में टॉप किया है। लगता है जनादेश लुटेरी डबल इंजन सरकार में डबल ईंधन का प्रयोग होने लगा है।”
तेजस्वी के ट्वीट के बाद जनता दल (युनाइटेड) के प्रवक्ता नीरज कुमार भी तेजस्वी पर तंज कसने में देर नहीं की। नीरज ने कहा, “खुद तो 10वीं पास हुए नहीं और उनके पिताजी (लालू प्रसाद) भी अपने कार्यकाल में चरवाहा स्कूल खोल शिक्षा से डिग्री दिलवा रहे थे। ऐसे में आपको क्या पता कि कैसे कोई परीक्षा या नियुक्ति होती है?” उन्होंने कहा कि नियुक्ति के लिए ऑनलाइन आवेदन मांगे गए थे। इसके बाद प्रमाणपत्रों की जांच होती है, तब नियुक्ति होती है।