नई दिल्ली। अगर आप इंटरनेट इस्तेमाल करते हैं तो अक्सर आप छोटे-छोटे वीडियो से दो-चार जरूर होते होंगे। ऐसे ज़्यादातर वीडियो चीनी ऐप ‘टिक-टॉक’ की देन हैं। टिक-टॉक’ एक सोशल मीडिया ऐप्लिकेशन है जिसके जरिए स्मार्टफ़ोन यूज़र छोटे-छोटे वीडियो बना और शेयर कर सकते हैं। ‘बाइट डान्स’ इसके स्वामित्व वाली कंपनी है जिसने चीन में सितंबर, 2016 में ‘टिक-टॉक’ लॉन्च किया था। साल 2018 में ‘टिक-टॉक’ की लोकप्रियता बहुत तेज़ी से बढ़ी और भारत में जमकर इस्तेमाल किया जाने लगा, लेकिन तमिलनाडु सरकार अब इसपर बैन लगाने की तैयारी कर रही है। दरअसल, टिक टॉक ऐप की वजह से हादसे बढ़ रहे हैं। इतना ही नहीं इसके कारण अश्लील वीडियो भी काफी बन रहे हैं, इसके कारण तमिलनाडु सरकार ने इसे बैन करवाने का फैसला लिया है।
तमिलनाडु सरकार इस बाबत अब केंद्र सरकार से बात करेगी। इस बारे में तमिलनाडु राज्य के सूचना और प्रसारण मंत्री एम मणिकंदन ने कहा कि तमिलनाडु सरकार टिक टॉक ऐप को बैन करने पर विचार कर रही है क्योंकि इस ऐप से तमिल संस्कृति को नीचा दिखाने की कोशिश हो रही है। मणिकंदन ने यह भी कहा कि इस ऐप से बच्चे और युवा इससे गुमराह हो रहे हैं।
क्या है टिक टॉक ऐप?
चीनी ऐप ‘टिक टॉक’ एशिया में तेजी से लोकप्रिय हुआ है। इस ऐप के यूजर लिप-सिंक्ड वीडियो से लेकर म्यूजिक वीडियो तक अपलोड कर सकते हैं। इसके अलावा यूजर्स को इस ऐप पर वीडियो को बेहतर बनाने के लिए बहुत से फिल्टर और एडिटिंग फीचर भी मिलते हैं। तमिलनाडु में इस ऐप पर अलग-अलग पार्टियों के नेताओं का जमकर मजाक उड़ाया जाता है