लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव को मंगलवार को प्रयागराज जाने से रोके जाने को सही बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा को अपनी अराजक गतिविधियों से बाज आना चाहिए। सुरक्षा हालात न बिगड़े, इसके लिए अखिलेश को प्रशासन के अनुरोध पर रोका गया है। उन्होंने कहा कि अगर वह वहां जाते तो हिंसक झड़प हो सकती थी, इसलिए इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के अनुरोध पर प्रशासन ने यह फैसला किया है।
योगी ने कहा, “प्रयागराज में वर्तमान में कुंभ चल रहा है। अभी 10 दिन पहले ही अखिलेश यादव प्रयागराज गए थे। उन्होंने दर्शन-स्नान किया। अब प्रयागराज जिला प्रशासन ने आशंका व्यक्त की है कि हिंसा हो सकती है। सपा अराजकता को आगे बढ़ाना चाहती है। प्रयागराज विश्वविद्यालय में तोड़फोड़ हिंसा हो सकती थी। इविवि प्रशासन ने जिला प्रशासन से मांग की थी।”
वैसे कहा जा रहा है अखिलेश को प्रयागराज न जाने देकर योगी ने अपना पुराना हिसाब चुकता कर लिया है। ये बात है 2015 की। तब यूपी के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव थे। योगी आदित्यनाथ को तब 20 नवंबर को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ समारोह में शामिल होने जाना था। उस समय राज्य की अखिलेश सरकार ने योगी को इलाहाबाद की सीमा पर ही रोक दिया था। इसके चलते वे कार्यक्रम में शामिल नहीं हो पाए थे। कहा जा रहा है कि योगी ने अखिलेश से अपना बदला ले लिया है।