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अखिलेश को रोकने पर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में बवाल, लाठीचार्ज में धर्मेंद्र यादव का सिर फटा

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव मंगलवार को इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ के कार्यक्रम में भाग लेने जा रहे थे, हालांकि उन्हें लखनऊ एयरपोर्ट पर ही रोक दिया गया। इस दौरान अखिलेश की एयरपोर्ट पर ही पुलिस-प्रशासन से नोक झोंक भी हुई। अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट से प्रयागराज न आने देने की खबर मिलते ही प्रयागराज एयरपोर्ट के बाहर जुटे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी। उन्होंने योगी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

इसके अलावा समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में भी प्रदर्शन कर रहे हैं। दरअसल, सपा नेता, कार्यकर्ताओं ने बालसन चौराहे पर जाम लगाकर उग्र प्रदर्शन शुरू किया। जिसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने जब उन्हें समझा-बुझाकर हटाने का प्रयास किया तो कार्यकर्ता उग्र हो गए और पुलिस पर पथराव कर दिया। जिसमें कई पुलिस वाले घायल हो गए। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग भी की।

लाठीचार्ज में प्रदर्शन कर रहे बदायूं सांसद धर्मेंद्र यादव घायल हो गए हैं। उनके सिर पर चोट आई है। धर्मेंद्र यादव का कहना है कि जब तक प्रयागराज के एसएसपी और डीएम को बर्खास्त नहीं किया जाता तब तक वह यहां से नहीं हटेंगे। बताया जा रहा है कि पुलिस और छात्रों के बीच संघर्ष कम होने का नाम नहीं ले रहा है। एक सीनियर आईएपीस अधिकारी भी पथराव में घायल हो गए हैं जिनका अस्पताल में इलाज चल रहा है।

इसके पहले अखिलेश यादव ने एक के बाद एक ट्वीट कर यूपी की योगी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि एक छात्र नेता के शपथ ग्रहण कार्यक्रम से सरकार इतनी डर रही है कि उन्हें लखनऊ हवाई-अड्डे पर रोक दिया गया। अखिलेश ने लिखा, “मुझे लखनऊ एयरपोर्ट पर बंधक बनाया गया है। बिना किसी लिखित आदेश के मुझे हवाई जहाज पर चढ़ने से रोका जा रहा है। इससे साफ है कि सरकार छात्रसंघ के शपथग्रहण समारोह से कितनी डरी हुई है। बीजेपी जानती है कि देश के युवा इस अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेंगे।”

इसके बाद अखिलेश ने एक और ट्वीट किया। उन्होंने लिखा, “बिना किसी लिखित आदेश के मुझे एयरपोर्ट पर रोका गया। पूछने पर भी स्थिति साफ करने में अधिकारी विफल रहे। छात्र संघ कार्यक्रम में जाने से रोकने का एकमात्र मकसद युवाओं के बीच समाजवादी विचारों और आवाज को दबाना है।”

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH