लखनऊ। पूर्व मुख्यमंत्री मायावती राजनीति में परिवारवाद के खिलाफ हैं और इसको लेकर विरोधी पार्टियों पर निशाना भी साधती रही हैं लेकिन कयास लगाए जा रहे हैं कि उनका सगा भतीजा आगे चलकर उनकी जगह ले सकता है। दरअसल पिछले कई दिनों से मायावती के आसपास एक कम उम्र के स्मार्ट नौजवान को अक्सर देखा जा रहा है।
मायावती के जन्मदिन पर जब अखिलेश यादव उनसे मिलने पहुंचे, तब युवक सुरक्षा घेरे में मायावती के आसपास था। इतना ही नहीं, 25 साल बाद बसपा-सपा के ऐतिहासिक गठबंधन के वक्त भी ये युवक मायावती के पास खड़ा दिखा था। ये युवक और कोई नहीं बल्कि मायावती का सगा भतीजा आकाश कुमार है जो लंदन से एमबीए की पढाई पूरी करके हाल ही में भारत लौटा है।
आकाश की बढ़ती सक्रियता को देखते हुए जानकार उसे मायावती की राजनीतिक विरासत का उत्तराधिकारी के तौर पर देख रहे हैं। कहा जा रहा है कि फिलहाल मायावती भतीजे आकाश को बसपा में युवा नेता के तौर पर स्थापित करने में लगी हैं और आगे चलकर उसे अपनी गद्दी भी सौंप सकती हैं।
वैसे तो मायावती हमेशा परिवारवाद के खिलाफ रही हैं लेकिन जब उन्होंने भाई आनंद को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया था, तब उन पर परिवारवाद के आरोप लगे थे। हालांकि, आनांद ज्यादा समय तक इस पद पर नहीं रहे। लेकिन सोशल मीडिया व पार्टी कार्यकर्ताओं में इन दिनों आकाश की खूब चर्चा है।