नई दिल्ली। आपने क्रिकेट में खिलाड़ियों पर बैन लगते देखा होगा। लेकिन क्या आपने सुना है कि पूरी की पूरी क्रिकेट टीम को 21 सालों के लिए बैन कर दिया गया हो। जी हां ऐसा हुआ है दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेट टीम के साथ। ये घटना 70 के दशक की है। दक्षिण अफ्रीकी टीम को क्रिकेट जगत से प्रतिबंधित करने का कारण उसकी सरकार की मनमानी नीतियां थीं। दक्षिण अफ्रीका की सरकार ने रंगभेद नीति के तहत कुछ ऐसे नियम बना दिए, जो आईसीसी के लिए गले की हड्डी बन गए।
सरकार के नियमों के मुताबिक, उनके देश की टीम को श्वेत देशों के खिलाफ ही खेलने की इजाजत थी। साथ ही उसकी सरकार ने यह भी शर्त रखी कि विपक्षी टीम में श्वेत खिलाड़ी ही खेलेंगे। आईसीसी दक्षिण अफ्रीका की सरकार की शर्त को नहीं मान सकता था और इस वजह से उसने साउथ अफ्रीका को क्रिकेट जगत प्रतिबंधित कर दिया। कई सालों तक क्रिकेट के खेल से प्रतिबंध झेल रही दक्षिण अफ्रीका की टीम को पूरे 21 साल बाद क्रिकेट में वापसी करने का मौका मिला और उस समय रंगभेद की नीति को भी खत्म कर दिया गया।
दक्षिण अफ्रीका की टीम ने 27 साल पहले 10 नवंबर को क्रिकेट के मैदान पर फिर से वापसी की थी। क्रिकइंफो के डाटा के मुताबिक, दक्षिण अफ्रीका की टीम 10 नवंबर 1991 को वनडे मैच खेलने भारत आई थी और यह दक्षिण अफ़्रीकी टीम की अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दूसरी पारी की शुरुआत की। उस मैच में दक्षिण अफ्रीका की टीम 3 विकेट से मैच हार गई। यह मैच कोलकाता के ईडन गार्डन क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया था और इस मैच में दक्षिण अफ्रीकी टीम के सभी खिलाड़ी काफी भावुक हो गए थे। आपको बता दें कि दक्षिण अफ्रीका की टीम ने अपना पहला अंतर्राष्ट्रीय मैच 1889 में खेला था। उसके बाद कई साल तक ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के साथ मैच खेला।