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अटारी यार्ड में खड़ी डीएमयू ट्रेन में अभी भी फंसे हैं मानव अंगों के टुकड़े, अब रेलवे को सता रहा ये डर

नई दिल्ली। दशहरे के दिन अमृतसर में ट्रैक पर खड़े होकर रावण दहन देख रहे लोगों को कुचलने वाली डीएमयू ट्रेन के ड्राइवर ने उसे गंतव्‍य तक पहुंचाने के बाद अटारी रेलवे स्टेशन के यार्ड में खड़ा कर दिया है। ड्राइवर को डर था कि हादसे से भड़की जनता कहीं ट्रेन को आग न लगा दे। इस ट्रेन में भी भी अमृतसर हादसे में मारे गए लोगों का खून लगा हुआ है। कुछ डिब्बों में मानव अंगों के टुकड़े भी फंसे हुए हैं।

इस डीएमयू ट्रेन को उन पटरियों पर खड़ा किया गया है, जिन पर कभी भारत विभाजन से पहले ट्रेनें चलती थीं। इन पटरियों पर समझौता एक्सप्रेस रेलगाड़ी व रेल कारगो का आदान प्रदान होता था। इस लाइन को खस्ता हालत होने के कारण बंद कर दिया गया था। बेशक घटना के दो दिन बाद डीएमयू ट्रेन सवारियों से खाली हो चुकी है लेकिन घटना की वीभत्सा और लोगों के गुस्से को देखते हुए खाली ट्रेन को भी पूरी सुरक्षा दी गई है। रेलवे प्रोटक्शन फोर्स के कुछ जवानों को ट्रेन की सुरक्षा के लिए यार्ड में तैनात किया गया है।

इससे पहले रेल ड्राइवर ने पूछताछ में बताया कि रावण जलने की वजह से आसपास काफी धुआं था, घटनास्थल पर रोशनी की भी व्यवस्था नहीं थी, इसलिए उसे कुछ दिखाई नहीं दिया। रेल अधिकारी का भी कहना है कि वहां काफी धुआं था, जिसकी वजह से ड्राइवर कुछ भी देखने में असमर्थ था, इसके अलावा ट्रेन भी घुमावदार मोड़ पर थी। सूत्रों ने बताया कि ड्राइवर का कहना है कि उसने ग्रीन सिग्नल दिया था। उसे कोई अंदाजा नहीं था कि बड़ी संख्या में लोग रेलवे ट्रैक पर खड़े हैं। फिलहाल रेल ड्राइवर की पहचान को सार्वजनिक नहीं किया गया है।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH