नई दिल्ली। कभी कांग्रेस के चाणक्य रहे दिग्विजय सिंह का दर्द छलक आया है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि उनके भाषण कांग्रेस को नुकसान पहुंचाते हैं इसलिए वह रैली या जनसभा नहीं करते। मध्यप्रदेश में चुनाव जोरों पर है लेकिन इस चुनाव प्रचार से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने दूरी बना रखी है।
शनिवार को उन्होंने भोपाल में कार्यकर्ताओं से कहा, “जिसको टिकट मिले, चाहे दुश्मन को मिले, जिताओ। और मेरा काम केवल एक, कोई प्रचार नहीं, कोई भाषण नहीं। मेरे भाषण देने से तो कांग्रेस के वोट कट जाते हैं, इसलिए मैं जाता नहीं।” साथ ही उन्होंने कहा कि मैं सामान्य कार्यकर्ता हूं। मुख्यमंत्री बनने की कोई तमन्ना नही है। प्रदेश में कांग्रेस एकजुट होकर काम कर रही है। जनता की सेवा के लिए काम करना है भ्रष्ट सरकार को हटाना है।जो पार्टी जिम्मेदारी देगी में तैयार हूं।
बताया जा रहा है कि दिग्विजय कांग्रेस आलाकमान से नाराज चल रहे हैं। पिछले दिनों राहुल की भोपाल में सभा थी। यहां कार्यक्रम स्थल के बाहर राज्य में दूसरी पंक्ति के नेताओं तक के कटआउट लगे थे, लेकिन दिग्विजय के कटआउट नदारद थे। इस मामले पर कमलनाथ ने उनसे सार्वजनिक तौर पर माफी भी मांगी थी, लेकिन लगता है ये बात दिग्विजय सिंह को चुभ गई और अब जाकर उनका दर्द छलक आया है।