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घर में सड़ती रही मां की लाश, बेटा छुट्टी न मिलने का बहाना बनाकर न आया, 25 दिन बाद निकला शव

नई दिल्ली। देश में ऐसे कई मामले आए हैं जब कमाने के लिए बेटा बाहर हो घर में मौजूद बुजुर्ग मां-बाप की मौत हो गई हो। कुछ ऐसा ही मामला दिल्ली से सटे नोएडा में सामने आया है जहां एक बीमार महिला बैंगलुरु में नौकरी कर रहे अपने बेटे को अपने पास बुलाते-बुलाते थक गई लेकिन वो छुट्टी न मिलने का बहाना बनाकर घर मां की सुध लेने घर नहीं आया। बीते दिनों घर में अकेले रह रही महिला ने दम तोड़ दिया। करीब 25 दिनों तक उसकी लाश घर में ही सड़ती रही। बाद में घर से बदबू आने पर पड़ोसियों ने महिला के बेटे को इसकी जानकारी दी। इस बात की जानकारी पाकर बेटा तुरंत नोएडा पहुंचा। वहां पुलिस वालों की मौजूदगी में दरवाजा तोडा गया तो अंदर का नज़ारा देखकर सबका दिल दहल गया। अंदर बुजुर्ग महिला की सड़ी-गली लाश पड़ी हुई थी। उस पर चींटियां और मक्खियां रेंग रहीं थीं

पुलिस के मुताबिक सुप्रीम सोसायटी के टावर नंबर-10 की 16वीं मंजिल पर स्थित फ्लैट में बबिता बसु अकेले रहती थी। पति मधुसूदन पाल चौधरी से उनका करीब 15 साल पहले तलाक हो चुका था। वह यहां एक मीडिया हाउस में काम करती थीं। उनका बेटा सिद्धार्थ बेंगलुरु की कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजिनियर है। वह करीब 5 साल से वहीं नौकरी कर रहा है। बबिता बसु को किडनी की समस्या थी, जिसके चलते उन्हें हर हफ्ते दिल्ली के अस्पताल में डायलसिस के लिए जाना पड़ता था।

बीमारी और अकेलेपन की वजह से वह अक्सर फ्लैट में ही बंद रहती थीं। दिल्ली निवासी फ्लैट मालिक अरुण सतीजा के मुताबिक उन्होंने बबिता को यह फ्लैट करीब 20 महीने पहले किराये पर दिया था। अब उसका रेंट अग्रीमेंट रिन्यू होना था। इसके लिए वे 15- 20 दिन से बबिता बसु को फोन कर रहे थे, लेकिन कोई कॉल नहीं उठा रहा था। इसके बाद हफ्ता भर पहले उन्होंने बेंगलुरु में रहने वाले बबिता के बेटे सिद्धार्थ को फोन किया और सारी बात बताई।

सिद्धार्थ के कहने पर वह शनिवार रात फ्लैट पर पहुंचे तो वहां से बदबू आ रही थी। हालांकि फ्लैट बंद था, लेकिन उसके अंदर की लाइटें जली हुई थीं। किसी अनहोनी की आशंका में उन्होंने तुरंत सिद्धार्थ को फोन करके सूचना दी। सिद्धार्थ रविवार सुबह सोसायटी में पहुंचा और फिर पुलिस को सूचना देकर फ्लैट का दरवाजा तोड़ा गया। अंदर एक कमरे में बबिता की करीब 20- 25 दिन पुरानी लाश पड़ी थी। पोस्टमार्टम से पता चलेगा कि महिला की मौत कब और कैसे हुई है। उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH