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राफेल सौदा : राहुल ने मोदी को ‘भ्रष्ट’ कहा, भाजपा ने किया खारिज

नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (आईएएनएस)| कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को फ्रांसीसी वेबसाइट मीडियापार्ट की रिपोर्ट के आधार पर ‘भ्रष्ट’ बताया और उनसे पद छोड़ने की मांग की। रिपोर्ट में कहा गया है कि राफेल लड़ाकू विमान सौदे को अंजाम तक पहुंचाने के लिए एक खास निजी रक्षा कंपनी को इसमें शामिल करना ‘अनिवार्य व बाध्यकारी’ शर्त रखी गई थी।

मीडियापार्ट के हवाले से कही गई बात का जवाब न देते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने कांग्रेस अध्यक्ष पर राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करने और झूठ फैलाने का आरोप लगाया। यानी फ्रांसीसी न्यूज पोर्टल की बात लोगों के सामने रखना भाजपा की नजर में झूठ फैलाना है।

फ्रांसीसी न्यूज पोर्टल मीडियापार्ट ने कहा है कि ऑफसेट पार्टनर के रूप में दसॉ एविएशन को रिलायंस डिफेंस का नाम ‘बाध्यकारी’ के तौर पर दिया गया था। प्रधानमंत्री मोदी ने अप्रैल, 2015 में इस सौदे की घोषणा की थी।

फ्रांसीसी न्यूज पोर्टल की रिपोर्ट देखने के बाद राहुल ने यहां एक विशेष मीडिया ब्रीफिंग में कहा, “भारत के प्रधानमंत्री भ्रष्ट हैं।”

राहुल ने मोदी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने के साथ ही तंज कसते हुए इस मामले पर उनकी चुप्पी को ‘गगनभेदी चुप्पी’ बताया और कहा कि ताजा रिपोर्ट के आधार पर प्रधानमंत्री को अवश्य ही इस्तीफा दे देना चाहिए।

उन्होंने कहा, “भ्रष्टाचार के आरोप सीधे उन पर लग रहे हैं और प्रधानमंत्री चुप हैं। अगर वह आरोपों पर जवाब नहीं दे सकते तो उन्हें इस्तीफा दे देना चाहिए।”

राहुल ने फ्रांसीसी न्यूज पोर्टल की रिपोर्ट के कुछ अंश भी पढ़े, जिसमें बुधवार को दसॉ के मुख्य संचालन अधिकारी लोइक सेगालेन के हवाले से कहा गया है कि भारतीय निजी संस्था का चयन करना लड़ाकू विमान खरीदने के लिए एक ‘मुआवजा (कम्पनसेशन)’ था।

राहुल ने पूछा, “किस चीज के लिए मुआवजा दिया जा रहा था?”

उन्होंने कहा कि मोदी ने अपने उद्योगपति दोस्त के पॉकेट में 30,000 करोड़ रुपये डाल दिए। ये जनता के पैसे थे। यह भ्रष्टाचार नहीं तो और क्या है?

राहुल ने कहा, “इससे पहले, फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति (फ्रांस्वा ओलांद) ने खुलासा किया था कि भारत के प्रधानमंत्री ने उनसे रिलायंस को राफेल बनाने का ठेका दिए जाने के लिए कहा था। अब दसॉ के दूसरे सबसे बड़े कार्यकारी भी यही बात कर रहे हैं।”

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, “फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति ने कहा है कि भारत के प्रधानमंत्री भ्रष्ट हैं। और, अब वह कंपनी, जिसने यह ठेका दिया, उसके वरिष्ठ कार्यकारी कह रहे हैं कि भारत के प्रधानमंत्री भ्रष्ट हैं।”

राहुल ने राफेल विमान सौदा मामले की जांच संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) से न कराए जाने को लेकर सरकार पर निशाना साधा और कहा, “यह प्रधानमंत्री के खिलाफ सीधे तौर पर भ्रष्टाचार का मामला है। ये जांच से भी भाग रहे हैं।”

यह जिक्र किए जाने पर कि दसॉ ने दोहराया है कि ‘उसने बिना किसी दबाव के भारत के रिलायंस समूह के साथ साझेदारी की है’, राहुल ने कहा कि जेट विनिर्माता के पास बड़ा कांट्रेक्ट है और वह वही कहेगा जो भारत सरकार उसे कहने के लिए कहेगी। जिस कंपनी ने कभी कोई विमान बनाया ही नहीं, जिसे कोई अनुभव ही नहीं है, उसके साथ कोई बिना दबाव के साझेदारी करने की सोच भी कैसे सकता है।

मीडियापार्ट की रिपोर्ट आने के बाद, दसॉ एविएशन ने बुधवार को एक बयान जारी कर कहा कि उसने ‘भारत के रिलायंस समूह के साथ बिना दबाव में साझेदारी की है।’

राहुल गांधी ने रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण के फ्रांस दौरे को लेकर भी सवाल उठाए और आरोप लगाते हुए कहा, “मामले को छुपाने के लिए महान प्रयास शुरू हो चुके हैं। सौदे को न्यायोचित दिखाने के लिए रक्षामंत्री को फ्रांस व हमारे रक्षा मंत्रालय के बीच हुई काल्पनिक बैठक को सच साबित करने की कवायद चल रही है।

उन्होंने कहा कि देश को जल्द ही ‘मोदी के झूठ’ के बारे में पता चल जाएगा। जो भ्रष्टाचार से लड़ने का वादा कर सत्ता में आए थे, खुद भ्रष्टाचार में फंस चुके हैं। कोई जवाब नहीं सूझ रहा तो सच बोलने वालों को कोसने में लगे हैं।

राफेल सौदे में अनियमितताओं की शिकायत लेकर कांग्रेस विशेष व फोरेंसिक ऑडिट के लिए दो बार भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) के पास जा चुकी है। इसके अलावा कांग्रेस ने सौदे से संबंधित दस्तावेजों को जब्त करने और जांच की मांग लेकर केंद्रीय सतर्कता आयोग का भी रुख किया था। पार्टी लगातार इस मामले में जेपीसी जांच की अपनी मांग को लेकर अड़ी हुई है।

इन आरोपों पर भाजपा ने राहुल पर राष्ट्रीय सुरक्षा का मजाक उड़ाने का आरोप लगाया। भाजपा पात्रा संबित पात्रा ने कहा कि पूरा गांधी परिवार ‘भ्रष्ट’ है।

उन्होंने साथ ही कहा, “वह राफेल पर झूठ बोलकर अपना राजनीतिक करियर आगे बढ़ाना चाह रहे हैं।”

पात्रा ने राहुल को फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति द्वारा प्रधानमंत्री मोदी को भ्रष्ट कहे जाने का सबूत पेश करने की चुनौती भी दी। कांग्रेस ने कहा कि भाजपा के पास कोई जवाब नहीं है, इसलिए बात को दाएं-बाएं घुमा रही है।

 

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