लंदन। दुनियाभर में करीब 41.5 करोड़ से अधिक लोग डायबीटीज से पीड़ित हैं। इनमें से करीब 6.3 करोड़ अकेले भारत में हैं। भारत से ज्यादा मामले केवल चीन में है। एक रिसर्च के अनुसार, साल 2030 तक डायबिटीज लोगों की मौत का सातवां सबसे बड़ा कारण होगा। जो लोग डायबिटीज से पीड़ित हैं उनके लिए एक और निराश कर देने वाली खबर सामने आई है। नेशनल डायबिटीज रजिस्टर NDR के अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार डायबिटीज से कैंसर होने का खतरा बढ़ सकता है और इससे कैंसर के मरीजों के जीवित रहने की संभावना कम हो सकती है।
नेशनल डायबिटीज रजिस्टर NDR के अनुसंधानकर्ताओं के अनुसार, डायबिटीज से पीड़ित 20 प्रतिशत मरीजों में इस बीमारी से अछूते लोगों के मुकाबले आंतों का कैंसर होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है और 5 प्रतिशत मरीजों में ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा अधिक होता है। जिन लोगों को कैंसर हो और वे डायबीटीज से भी पीड़ित हों तो उनमें ब्रेस्ट कैंसर से मौत की आशंका 25 प्रतिशत जबकि प्रॉस्टेट कैंसर के कारण मौत की आशंका 29 प्रतिशत अधिक होती है।
अनुसंधान का नेतृत्व करने वाली जोर्नस्डोटिर ने कहा, “हमारा अध्ययन यह नहीं कहता कि जिस भी व्यक्ति को डायबिटीज है उसे बाद में कैंसर हो जाएगा। चूंकि पिछले 30 साल में टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ी है तो हमारा अध्ययन डायबिटीज से देखभाल के महत्व पर जोर देता है।”
डायबिटीज के कारण
1. जीवनशैली : गतिहीन जीवनशैली, अधिक मात्रा में जंक फूड, फिजी पेय पदार्थो का सेवन और खाने-पीने की गलत आदतें मधुमेह का कारण बन सकती हैं। घंटों तक लगातार बैठे रहने से भी मधुमेह की संभावना बढ़ती है।
2. सामान्य से अधिक वजन, मोटापा और शारीरिक निष्क्रियता: अगर व्यक्ति शारीरिक रूप से ज्यादा सक्रिय न हो अथवा मोटापे का शिकार हो, उसका वजन सामान्य से अधिक हो तो भी मधुमेह की सम्भावना बढ़ जाती है। ज्यादा वजन इंसुलिन के निर्माण में बाधा पैदा करता है।शरीर में वसा की लोकेशन भी इसे प्रभावित करती है। पेट पर अधिक वसा का जमाव होने से इंसुलिन उत्पादन में बाधा आती है, जिसका परिणाम टाइप 2 डायबिटीज, दिल एवं रक्त वाहिकाओं की बीमारियों के रूप में सामने आ सकता है। ऐसे में व्यक्ति को अपने बीएमआई (शरीर वजन सूचकांक) पर निगरानी बनाए रखते हुए अपने वजन पर नियन्त्रण रखना चाहिए।
3. जीन एवं पारिवारिक इतिहास: कुछ विशेष जीन मधुमेह की सम्भावना बढ़ा सकते हैं। जिन लोगों के परिवार में मधुमेह का इतिहास होता है, उनमें इस रोग की सम्भावना अधिक होती है।