समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता और समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के संस्थापक शिवपाल सिंह यादव पूरी तरह नए तेवर में है। शिवपाल सिंह यादव ने अखिलेश से किनारा कर लिया है। इसके बाद वह लगातार सपा को कमजोर करने के लिए नई रणनीति बनाते नजर आ रहे हैं।
शिवपाल सिंह यादव मोर्चा का जनाधार बढ़ने में लग गए है। लंबे समय से बाबू भगवती सिंह समाजवादी पार्टी के वैचारिक व सैद्धांतिक विचलन से दुखी चल रहे है। और कई मौके पर सार्वजनिक रूप से इसे व्यक्त भी कर चुके थे। कयास लगाया जा रहा था कि समाजवाद के यह जनक शिवपाल सिंह यादव को अपना आशीर्वाद देंगे जो आज यानी शनिवार को देखने को मिला।
नई पार्टी के गठन के बाद शिवपाल ने मीडिया से बात में कहा था कि समाजवादी पार्टी लंबे संघर्ष के बाद बनी थी। इसमें कई बड़े-बड़े नेता रहे लेकिन, लंबे समय से मुुझे कोई काम नहीं दिया जा रहा और न ही कोई पूछ रहा है। अब ऐसे में मेरे सामने दूसरा कोई चारा नहीं है। मेरा प्रयास होगा कि ऐसे लोगों को जोड़ें जिनका समाजवादी पार्टी में सम्मान नहीं हो रहा। इसीलिए सेक्युलर मोर्चा बनाकर अपने लोगों को काम दिया है, ताकि वह लोगों से बात करें और आम जनता को जोड़ें।
दरअसल, आज सुबह शिवपाल सिंह यादव ने वरिष्ठ समाजवादी भगवती सिंह को उनके आवास पर समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का झंडा देकर उनका आशीर्वाद लिया। शिवपाल सिंह यादव अपने समर्थकों के साथ बाबू भगवती सिंह के लखनऊ स्थित आवास पर पहुँचे थे। जहाँ इस बात की पुष्टि हो गयी कि आगामी चुनाव में इस वरिष्ट नेता का आशीर्वाद समाजवादी सेक्युलर मोर्चा को रहेगा।
आपको बता दें, मुलायम सिंह यादव पहले भी कह चुके हैं कि भगवती सिंह की समाजवादी पार्टी के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका रही है और सदैव सहयोगी रहे हैं। वे समाजवादी आंदोलन के समय से लगातार जुड़े रहे हैं। आंदोलन के दौरान उस समय खाना भी नहीं मिलता था तो ये लाई चना खाकर पेट भरते थे।