नई दिल्ली। पहले से ही महंगाई के बोझ तले दबी जनता पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती कीमतों से परेशान है। दिल्ली में जहां पेट्रोल के दाम 80 रु के पार पहुंच गए हैं तो वहीँ मुंबई में पेट्रोल की कीमतें बढ़कर 87.77 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं। पेट्रोल की बढ़ती हुई कीमतों के चलते ही इसे जीएसटी में लाने की मांग तेज़ होने लगी है।
केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि देश में ईंधन कीमतों में बढ़ोतरी अंतरराष्ट्रीय कारकों से हो रही है और अब यह जरूरी हो गया है कि पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के तहत लाया जाए। धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि ईंधन कीमतों में जो असामान्य वृद्धि हो रही है, वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राजनीतिक और आर्थिक स्थिति की वजह से है। केंद्र इसको लेकर सतर्क है।
धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, “अब यह जरूरी हो गया है कि पेट्रोल और डीजल को जीएसटी के तहत लाया जाए. दोनों अभी जीएसटी में नहीं हैं जिससे देश को करीब 15,000 करोड़ रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है। अगर पेट्रोल, डीजल को जीएसटी के तहत लाया जाता है तो यह उपभोक्ताओं सहित सभी के हित में होगा।” अगर सरकार धर्मेंद्र प्रधान की बात मान लेती हैं तो जीएसटी के दायरे में आते ही पेट्रोल की कीमतें 40 रु लीटर हो जाएंगी।