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उप्र : एससी-एसटी एक्ट को लेकर सवर्ण संगठनों का प्रदर्शन

लखनऊ , 6 सितम्बर (आईएएनएस)| उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में गुरुवार को एससी-एसटी (अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति) अधिनियम के खिलाफ बड़ी संख्या में लोग प्रदर्शन के लिए सड़कों पर उतरे हैं। प्रदेश के पश्चिमी तथा पूर्वी क्षेत्र में जोरदार विरोध हो रहा है। इससे जनजीवन बाधित हुआ है। लखनऊ में भारत बंद का आंशिक असर दिखाई दे रहा है। सरकार ने हालांकि इससे निपटने की पूरी तैयारी पहले ही कर ली थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भी इस एक्ट का जोरदार विरोध हो रहा है। एक्ट में किए गए संशोधन के विरोध में वाराणसी के बीएचयू के हैदराबाद गेट के पास चक्काजाम और आगजनी की गई है। सूचना मिलने पर पुलिस ने तत्काल मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर किया। इलाहाबाद-पटना हाईवे पर वाराणसी में डाफी पर चक्का जाम के बाद लोगों ने जगह-जगह टायर फूंककर आगजनी की।

इटावा में डीएमयू ट्रेन को थाना पिनाहट इलाके में भदरौली के पास रोका गया है। आगरा जिले में बंद को देखते हुए निजी स्कूलों की छुट्टी कर दी गई है। कलेक्ट्रेट के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है।

औरैया जिले में एससी-एसटी एक्ट के विरोध में सवर्ण समाज के संगठनों ने बाजार बंद करा दिया। जिले में भारत बंद असर दिख रहा है। औरैया तहसील में पूरी तरह बंद है। व्यापार मंडल व सवर्ण समाज ने जुलूस निकालकर विरोध जताया है।

भदोही में भी भारत बंद को लेकर पुलिस अलर्ट पर है। प्रमुख बाजारों में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। रेलवे स्टेशन पर भी अतिरिक्त पुलिस फोर्स लगाई गई है। एटा में भी सवर्ण समाज के साथ पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों ने भी बंद का समर्थन किया है।

अलीगढ़ में एससी-एसटी एक्ट के विरोध में बंद का हाथरस व अलीगढ़ में मिला जुला असर रहा। अलीगढ़ में कुछ दुकानें खुली हैं तो कुछ बंद है। सुबह कई बाजार पूरी तरह बंद थे। प्रदर्शन की संभावना के चलते जिले के सांसद के कार्यालय पर पुलिस तैनात है।

आगरा में एससी-एसटी एक्ट के विरोध में आयोजित भारत बंद के दौरान खंदौली कस्बा में यमुना एक्सप्रेस वे पर ग्रामीणों ने जाम लगाया है। आगरा मंडल के आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी और अलीगढ़ मंडल के एटा, कासगंज में भारत बंद का मिलाजुला असर दिखाई दे रहा है। कारोबारियों ने स्वेच्छा से ही अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखा है।

एससी-एसटी अधिनियम में संशोधन के विरोध में तमाम सवर्ण संगठनों ने गुरुवार को भारत बंद बुलाया है। इलाहाबाद के साथ वाराणसी, आजमगढ़, गोरखपुर, कानपुर, आगरा, मथुरा, मेरठ, हापुड़, कासगंज व मुजफ्फनगर समेत तमाम जिलों के पुलिस कप्तानों को अलर्ट पर रहने के निर्देश दिया गया है।

लखनऊ में प्रशासन हाई अलर्ट पर है। यहां हजरतगंज सहित तमाम जगहों पर फोर्स तैनात है। वाराणसी में भी सवणोर्ं के भारत बंद बुलाए जाने पर आधा दर्जन से अधिक संगठन सड़कों पर उतरे हैं।

लखनऊ के कई प्रमुख बाजारों में साप्ताहिक बंदी होने के चलते दुकानें नहीं खुली।

सरकारी कार्यालयों और निजी प्रतिष्ठानों में भी बंदी का कोई खास असर नजर नहीं आया। सरकारी कार्यालयों में उपस्थिति करीब-करीब सामान्य रही और स्कूल-कॉलेज भी खुले। प्रशासन ने किसी तरह के उपद्रव को रोकने के लिए पहले से ही विधानसभा और उसके आसपास धारा 144 लगा रखी है।

जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा का कहना है स्थिति पूरी तरह सामान्य है।

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