नई दिल्ली। भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी का आज पांच बजकर पांच मिनट पर निधन हो गया। जिसके बाद पूरे देश में शोक की लहर फ़ैल गई है। अटल जी का बेबाक भाषण पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। आपको उनके निधन पर एक किस्सा बताते है जिसे सुनकर आप सन्न रह जाएंगे।
संजय गांधी की मौत पर ये कहा था अटल जी ने
23 जून 1980 को संजय गांधी की दिल्ली में एक विमान दुर्घटना में मौत हो गई। जनवरी 1980 में ही चुनाव हो गए थे और कांग्रेस फिर से सत्ता में आ चुकी थी, वो भी पूर्ण बहुमत के साथ। ऐसे में सत्ता वापसी के कुछ ही महीनों के भीतर संजय गांधी की असमय मौत ने कांग्रेस सहित पूरे देश को हिला कर रख दिया था।
उनके अंतिम संस्कार में देशभर के बड़े नेता और अभिनेता जुटे थे। अटल जी भी वहां पहुंचे थे। पत्रकार वार्ता में जब उनसे संजय गांधी की मौत पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो अटल जी ने कहा, ”ज्वलनम् श्रेय: न च धूमायितं चिरम्”। जिसका मतलब होता है कि अधिक समय तक सुलगते रहने की अपेक्षा एक क्षण का प्रकाश देकर बुझ जाना ज्यादा अच्छा है।
संजय गांधी की स्मृति में आयोजित एक शोकसभा में जब सभी कांग्रेसी गम में डूबे थे तो अटल जी ने संजय गांधी के प्रशंसकों से कहा कि, ”भारत माता गोद सूनी हुई है, कोख सूनी नहीं हुई है।”
वो अटल जी ही थे जो ऐसी बात कर सकते थे। अटल जी के निधन पर हम उन्हें अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। सदियां बीत जाएंगी लेकिन अटल जी जैसा जननेता शायद ही कभी पैदा होगा।