दिल्ली। टीम इंडिया को विदेशी जमीन पर पहली टेस्ट सीरीज जीत दिलाने वाले 77 वर्षीय अजीत वाडेकर का निधन हो गया है। उनका निधन बुधवार देर शाम मुंबई में हुआ। उनके परिवार में पत्नी रेखा के अलावा दो बेटे और एक बेटी है। वाडेकर ने दक्षिण मुंबई के जसलोक अस्पताल में अंतिम सांस ली।
Ajit Wadekar was an institution, significant beyond his numbers as a cricketer.
Insight into an affable, but very determined pioneer of Indian cricket ????https://t.co/niaAZspg0M pic.twitter.com/bg9lcf8RHw
— ICC (@ICC) August 16, 2018
सचिन तेंदुलकर से पारी की शुरुआत कराने का श्रेय भी उन्हें ही जाता है
बता दें, उन्हें 90 के दशक में भारतीय टीम का मैनेजर बनाया गया और मोहम्मद अजहरुद्दीन की कप्तानी में टीम ने अगले चार साल बेहतरीन प्रदर्शन किया। सचिन तेंदुलकर से पारी की शुरुआत कराने का श्रेय भी उन्हें ही जाता है।
क्या कहना है उनकी कप्तानी में अपना डेब्यू करने वाले गावस्कर का
सत्तर के दशक में रणजी ट्रॉफी के एक मैच के दौरान शतक जमाने के बाद उनका बल्ला टूट गया था और स्थानापन्न फील्डर गावस्कर दूसरे बल्लों के साथ मैदान पर आए। वाडेकर ने चार चौके जड़े और आउट हो गए।
ड्रेसिंग रूम में आने के बाद उन्होंने पूछा कि वह बल्ला किसका था, तो गावस्कर ने कहा कि उनका।‘वह आपके लिए मनहूस रहा। लेकिन वाडेकर ने जवाब में कहा, ‘लेकिन वे चार चौके पारी के सर्वश्रेष्ठ शॉट थे।
वाडेकर ने 1974 के इंग्लैंड दौरे पर नाकामी के बाद कप्तानी गंवा दी। चयनकर्ताओं ने उन्हें पश्चिम क्षेत्र और मुंबई की टीमों से भी हटा दिया। वाडेकर ने क्रिकेट से संन्यास लेकर अपने बैंकिंग करियर पर फोकस किया।