लखनऊ : लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में ‘एक जिला एक उत्पाद’ समिट का शुभारंभ भारत के राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया। इस मौक पर उन्होंने यूपी के सभी 75 जिलों के छोटे उद्यमियों के लिए 1007 करोड़ के लोन की सौगात दी, बटन दबाकर ई-प्रणाली के जरिए ऋण-पत्र वितरित किए। जिसमें कानपुर के व्यापारी अतुल शर्मा को लेदर शूज के बिजनेस के लिए 35 लाख रुपये लोन मिला। लखनऊ के मोहित वर्मा को चिकनकारी के लिए 10 लाख रुपये का लोन मिला।
इस मौक पर राजयपाल राम नाईक ने कहा – ओडीओपी का सुझाव मैंने पिछले मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को भी दिया था लेकिन उन्होनें इसे गंभीरता से नही लिया, लेकिन योगी जी ने इसे गंभीरता से लेकर ‘एक जनपद एक उत्पाद’ की शुरुआत की ये हम सभी के लिए सुखद है।
इस मौक पर सीएम योगी ने कहा – उत्तर प्रदेश में रोजगार बढ़ाने के लिए कृषि के बाद सबसे ज्यादा संभावनाएं सूक्ष्म उद्योगों से है, अब हम विश्वकर्मा श्रम सम्मान पर भी काम शुरू करने वाले है, पूरे प्रदेश में इतनी संभावनाए होते हुए भी पहले यह आगे क्यों नहीं बढ़ा …?, हम जो कहगें उसको जमीन पर उतारेंगे, स्टार्ट अप योजना के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 250 करोड़ का बजट तैयार कर रखा है, कारीगरों को अच्छी टेक्नोलॉजी दे सकें, इसके लिए भी काम काम करेंगे, ओडीओपी से प्रदेश का पलायन रुकेगा, अब उत्तर प्रदेश देश में अपने आप को एक नई छवि के साथ पेश करेगा।
समिट में आठ सत्रों में एग्रो एंड फूड्स, क्रेडिट एंड फाइनेंस, क्राफ्ट एंड टूरिज्म और हैंडलूम एंड टेक्सटाइल क्षेत्र की चुनौतियों एवं अवसरों पर ओडीओपी उत्पादकों के साथ चर्चा होगी। इस दौरान उद्यमियों को मार्केटिंग के तरीके, गुणवत्ता सुधारने की तकनीक, प्रशिक्षण आदि से जुड़े बिंदुओं की जानकारी दी जाएगी। समिट के तहत प्रदेश के सभी 75 जिलों के चयनित उत्पादों पर आधारित प्रदर्शनी भी लगाई गई है। प्रदर्शनी 12 अगस्त तक चलेगी।