Friendship Day

फ्रेंडशिप डे: हमेशा बनी रहे दोस्ती, इसलिए ये बातें जरूर रखें ध्यान

लखनऊ। आज यानि 5 अगस्त दोस्ती को सेलिब्रेट करने का दिन है। सभी अपने दोस्तों को इस ख़ास दिन पर मैसेज भेजकर बधाइयां दे रहे हैं। दोस्ती का रिश्ता हमारी जिंदगी के बाकी रिश्तों से ज्यादा खास और मजबूत होता है। कुछ दोस्त तो इतने खास हो जाते हैं कि वह हमारे बाकी रिश्तों से भी ऊपर लगने लगते हैं। दोस्ती के सफर में यूं तो कभी-कभी कुछ मुश्किलें तो आती हैं लेकिन एक अच्छी दोस्ती तभी अच्छी कहलाती है जब वह उन मुश्किलों को भी मात देती है।

हालांकि जहां प्यार होता है वहां तकरार होना भी आम है और बाकी रिश्तों के साथ ही दोस्ती के रिश्ते में ऐसा होना स्वाभाविक है। चाहे दोस्तों में कितना भी खुलापन और स्नेह हो, फिर भी कुछ बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है-

जहां प्यार होता है वहां तकरार होना भी आम है और बाकी रिश्तों के साथ ही दोस्ती के रिश्ते में ऐसा होना स्वाभाविक है। चाहे दोस्तों में कितना भी खुलापन और स्नेह हो, फिर भी कुछ बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है-

आप शादी कर रहे हों या करियर की खातिर घर छोड़ रहे हों, दोस्तों से संपर्क समाप्त न करें। आजकल तो टेक्नॉलाजी इतनी विकसित हो गई है कि अनेकों साधनों के द्वारा दोस्तों के करीब रहा जा सकता है।

सोशल मीडिया दोस्तों के संपर्क में रहने का सबसे बढिय़ा साधन है। फेसबुक के जरिए तो आप अपने पुराने बिछड़े दोस्तों से भी मिल सकते हैं। सोशल मीडिया में सक्रिय रहकर दोस्तों के सुख-दुख व हंसी-खुशी में शामिल होना आज बहुत आसान हो गया है।

कई बार दोस्त अपनी निजी जिंदगी में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि उन्हें समय ही नहीं मिल पाता और हम यह गलतफहमी पाल लेते हैं कि उनके पास हमारे लिए वक्त नहीं है या वे बदल गए हैं। ऐसे में रिश्ता खत्म करने की बजाय उनकी व्यस्तता या परेशानियों के बारे में जानने की कोशिश करें, तब अपनी राय के बारे में सोचें।

गहरी दोस्ती होने पर हम काफी अनौपचारिक हो जाते हैं और कभी-कभी हमारे मुंह से कुछ गलत निकल जाता है जिससे सामने वाले को बुरा लग सकता है। दोस्ती में दरार आए, इससे पहले ही मामला सुलझा लें।

दोस्तों में उधार भी चलता है लेकिन समयानुसार लौटाने में देरी न करें क्योंकि कभी-कभी पैसा इस रिश्ते में उलझनें पैदा कर सकता है।

आप या आपका दोस्त किसी परेशानी में हैं तो आपस में शेयर जरूर करें। अपनी हैसियत अनुसार मदद करने से पीछे न हटें। मदद के बाद बाकी दोस्तों में इस बात का ढिंढोरा पीट कर अपनी बड़ाई न करें।

अपने किसी भी दोस्त की दूसरे के सामने चुगली न करें क्योंकि घूम-फिर कर बात जब सबके सामने आती है तो आपके लिए स्थिति शर्मनाक हो सकती है।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH