नई दिल्ली। आज पूरे भारत में फ्रेंडशिप डे मनाया जा रहा है। भारत में यह हर साल अगस्त के पहले रविवार को मनाया जाता है। दोस्ती का रिश्ता हमारी जिंदगी के बाकी रिश्तों से ज्यादा खास और मजबूत होता है। कुछ दोस्त तो इतने खास हो जाते हैं कि वह हमारे बाकी रिश्तों से भी ऊपर लगने लगते हैं। दोस्ती के सफर में यूं तो कभी-कभी कुछ मुश्किलें तो आती हैं लेकिन एक अच्छी दोस्ती तभी अच्छी कहलाती है जब वह उन मुश्किलों को भी मात देती है।
आज हम आपको फ्रेंडशिप डे का इतिहास बताने जा रहे हैं। आखिर इस दिन को मनाने की शुरुआत कब और किस वजह से हुई थी।
इतिहास
प्रथम विश्व युद्ध के बाद लोगों और देशों के बीच काफी शत्रुता बढ़ गई थी। लोग एक दूसरे से नफरत करते थे। तब 1935 में अमेरिकी सरकार ने फ्रेंडशिप डे की शुरुआत की थी। उस समय ये बात तय की गई थी कि अगस्त का जो भी पहला रविवार होगा, उसी दिन फ्रेंडशिप डे मनाया जाएगा। इस दिन को तय करने के पीछे एक मत ये भी है कि संडे के दिन लोगों की छुट्टी होती है और वो दोस्तों के साथ ये दिन इंज्वॉय कर सकते हैं।
कई देशों में अलग रिवाज
भारत में अगस्त के पहले रविवार को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है। पर कुछ जगहों पर इसे अगस्त के पहले रविवार को नहीं बल्कि दूसरे रविवार को मनाया जाता है। ओहायो के ओर्बलिन में 8 अप्रैल को फ्रेंडशिप डे मनाया जाता है।