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सीए के सिलेबस में हुए बड़े बदलाव

भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान, सीए परीक्षा, पाठय़क्रम में बड़े बदलाव, सीपीटीca students
भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान, सीए परीक्षा, पाठय़क्रम में बड़े बदलाव, सीपीटी
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नवंबर 2016 से लागू होंगे यह बदलाव

नई दिल्ली। वित्तीय क्षेत्र में पूरी दुनिया में लगातार हो रहे बदलावों के कारण आ रही चुनौतियों को देखते हुए भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान (आईसीएआई) छात्रों के पसंदीदा सीए परीक्षा के पाठय़क्रम में बड़े बदलाव करने जा रहा है। आईसीएआई पाठय़क्रम में सुधार करने और नए विषय शामिल करने के साथ ओपन बुक टेस्ट भी शुरू करने जा रहा है। ये बदलाव नवंबर 2016 से लागू होंगे।

तीन स्तर पर बंटा हुआ है सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंसी) पाठय़क्रम

सीए (चार्टर्ड अकाउंटेंसी) कोर्स तीन स्तर में बंटा होता है। इसमें पहला कॉमन प्रोफिसिएंसी टेस्ट (सीपीटी) होता है। दूसरा इंटीग्रेटिड प्रोफेशनल काम्पीटेंसी कोर्स (आईपीसीसी) और तीसरी अंतिम परीक्षा होती है। सीपीटी को और कठिन किया जा रहा है।

फाउंडेशन कोर्स में दो नए विषय शामिल किए जाएंगे

सीटीपी में अब बहुविकल्पीय प्रश्नों के साथ व्याख्यात्मक सवालों को भी शामिल किया जा रहा है। फाउंडेशन कोर्स में दो नए विषय बिजनेस कॉरस्पोंडेंस एंड रिपोर्टिग और बिजनेस एंड कमर्शियल नॉलेज शामिल किए जा रहे हैं। इसी तरह आईपीसीसी के स्तर पर इकोनोमिक्स फोर फाइनेंस विषय को जोड़ गया है।

सीपीटी को किया जाएगा और कठिन

इसके अलावा अंतिम परीक्षा में भी विद्यार्थियों को और विकल्प उपलब्ध कराए जा रहे हैं। इनमें रिस्क मैनेजमेंट, इंटरनेशनल टेक्सेशन, फाईनेंशियल सर्विसेज एंड कैपिटल मार्केट्स, ग्लोबल फाईनेंशियल रिपोर्टिग स्टैंडर्ड, इकोनोमिक्स लॉ एंड मल्टी डिसिप्लीनरी केस शामिल हैं। ये पेपर ओपन बुक टेस्ट पर आधारित होंगे और सवाल केस स्टडीज से पूछे जाएंगे।

वैश्विक चुनौतियों के लिए किया गया बदलाव

आईसीएआई के अध्यक्ष एम. देवराजा रेड्डी के मुताबिक वैश्वीकरण की वजह से वित्तीय मामलों जैसे कर और वित्त आदि में जहां अवसर मिल रहे हैं वहीं पर यह सीए पेशे के लिए चुनौती बनकर आया है। इसके अतिरक्त देश में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इंटरनेशनल फाइनेंशियल रिपोर्टिग स्टैंडर्डस (आईएफआरएस) के कारण भी आईसीएआई को अपने पाठय़क्रम में बदलाव करने की जरूरत महसूस हुई है।

आईएफआरएस को व्यापार और वित्त मामले की एक कॉमन भाषा के रूप में विकसित किया गया है, ताकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कंपनियों के अकाउंट की तुलना हो सके। 1 अप्रैल 2016 से आईसीएआई देश में आईएफआरएस को भारत अनिवार्य करने जा रहा है।

तकनीकी प्रशिक्षण भी दिया जाएगा

सीए करने वाले विद्यार्थियों को अब तकनीकी प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।तकनीकी प्रशिक्षण के दौरान विद्यार्थियों को व्यक्तिगत विकास और सॉफ्ट स्किल आदि के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। इसके अतिरिक्त इंफोर्मेशन सिस्टम कंट्रोल एंड ऑडिट का नाम बदलकर इंफोर्मेशन सिस्टम रिस्क मैनेजमेंट एंड ऑडिट किया जाएगा। यह एडवांस्ड इंटीग्रेटिड कोर्स का हिस्सा होगा।

12वीं के बाद पंजीकरण होगा

अभी सीए कोर्स के लिए कक्षा दस के बाद पंजीकरण किया जा सकता है मगर अब भारतीय चार्टर्ड अकाउंटेंट्स संस्थान (आईसीएआई) इसमें बदलाव कर रहा है। आगे से कक्षा 12 में पढ़ रहे विद्यार्थी ही इस कोर्स के लिए अपना पंजीकरण करा पाएंगे। विद्यार्थियों को फाउंडेशन परीक्षा के बाद चार माह की पढ़ाई करनी होगी।

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