लखनऊ। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी (एकेटीयू) में भ्रष्टाचार का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यह गंभीर आरोप किसी और पर नहीं बल्कि विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर पर लगे हैं। भ्रष्टाचार का यह मामला तब सामने आया जब सोशल मीडिया पर सीतापुर के महोली विधायक शशांक त्रिवेदी की चिट्ठी वायरल होने लगी।
इस चिट्ठी में एकेटीयू वीसी विनय पाठक पर 200 करोड़ के भ्रष्टाचार और नियुक्तियों में अनियमितताओं के आरोप हैं। इस पूरे मामले में फर्रुखाबाद सदर के विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी की ओर से भी शिकायती पत्र लिखा गया है।
विधायक की चिट्ठी में कहा गया है कि डिप्लोमा इंजीनियर्स के पद पर डिग्री धारकों की तैनाती गलत तरीके से की गई है। विनियमितीकरण में शासनादेश को भी नहीं माना गया है।
वीसी ने नियमों को ताक पर रख कर एके सिंह को डिप्टी रजिस्ट्रार बनवाया है। इसके अलावा आरोप है कि कार्यदाई संस्थाओं के अफसरों से मिलकर विनय पाठक कमीशनबाजी कर रहे हैं।
पूरे मामले पर एकेटीयू वीसी प्रो. विनय कुमार पाठक का कहना है कि मामला प्रकाश में आने पर उन्होंने विधायक से बात की। वह 6 दिन से केरल में हैं और अभी तीन तीन तक वहीं रहेंगे। वीसी ने अपने ऊपर लगे आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि विधायक की तरफ से ऐसा कोई पत्र राज्यपाल को नहीं लिखा गया है।