कानपुर में जन्मे 72 साल के चित्रांश कुलदीप सिन्हा। उन्हें लोग सूर्ययोगी कहते हैं। कुलदीप के अन्दर कुछ ऐसी कुदरती पॉवर हैं जो शायद 20 के उम्र के लड़के के अन्दर में भी नही होगी, दरसल कुलदीप बिना चश्मे के अपनी नंगी आंखों से दोपहर के समय भीषण गर्मी के दहकते सूरज को बिना पलक झपकाए कई मिनट तक देख सकते हैं।
उनकी इस प्रतिभा के लिए कई बार उन्हें सम्मानित भी किया जा चुका है। चित्रांश कुलदीप अपनी इस शक्ति को सूर्य देवता का आशीर्वाद मानते हैं। साथ ही कहा कि योगासन के जरिए उन्होंने यह शक्ति प्राप्त की है। कुलदीप ने बताया कि साल 1979 में कई दिनों तक वह अपने कर्नलगंज स्थित घर पर एक ही कमरे में बंद रहे। उन दिनों उनकी नजर काफी कमजोर थी जिसकी वजह से चश्मा लग गया था। एक दिन उन्होंने कुछ ऐसा महसूस किया कि कोई प्राकृतिक शक्ति उनके भीतर पहुंच चुकी है।
कुलदीप की इस शक्ति के बारे में मोहल्ले के लोगों को बताया तो किसी को उनकी बातों पर विश्वास नहीं हुआ। उन्होंने सभी लोगों के सामने आधे घंटे तक सूरज को एक टक देखकर अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया।
तत्कालीन कानपुर के डीएम और मेयर ने उन्हें इस प्रतिभा के लिए प्रशस्ति पत्र भी दिया। आज करीब 72 साल की उम्र में भी चित्रांश कुलदीप को उनकी इसी शक्ति ने काफी मशहूर कर दिया है। अब गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में कुलदीप अपना नाम दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं।