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बिहार की साइंस टॉपर कल्पना ने कर दिया कांड, बिना ये काम किए कैसे कर गईं टॉप

एक बार फिर से बिहार इंटरमीडिएट बोर्ड  में पास लड़की विवादों में आ गयी दरसल परीक्षा के नतीजे बुधवार शाम को घोषित हुए।  देशभर में NEET टॉपर रहीं कल्पना कुमारी ने बिहार में साइंस स्ट्रीम में भी टॉप हुई ।  लेकिन इस पर नतीजों के बाद से ही विवाद शुरू हो गया। आरोप लगाया गया कि उनकी स्कूल में उपस्थिति कम थी, लेकिन फिर भी उन्हें टॉपर घोषित किया गया।

दो जगहों पर टॉप करना कोई आम बात नहीं है।लेकिन जो उन्होंने इंटरव्यू उन्होंने मीडिया को दिया,उस इंटरव्यू में कुछ ऐसे तथ्य निकल कर आए जो कल्पना को सवालों के घेरे में खड़े कर देते है।कल्पना ने अपने इंटरव्यू में कहा कि वह पिछले 2 सालों से दिल्ली में रह कर आकाश इंस्टीट्यूट में मेडिकल की तैयारी कर रही थी।ऐसे में सवाल उठता है कि जब पिछले 2 सालों से दिल्ली में थी तो बिहार के जिस स्कूल में उनका एडमिशन हुआ था,वहां क्लास कौन ले रहा था।और यदि वहां कल्पना मौजूद नहीं थे तो उनका अटेंडेंस पूरा कैसे था।जाहिर सी बात है यह भी एक तरह का बड़ा घोटाला ही है।

अब बिहार के शिक्षा मंत्री ने इन आरोपों को खारिज कर दिया है। शिक्षामंत्री कृष्णानंद वर्मा ने बताया कि कल्पना कुमारी के पास योग्यता है, उन्होंने NEET की परीक्षा टॉप कर इसे साबित भी किया है। इस मामले में किसी भी तरह का विवाद नहीं होना चाहिए।

देश के किसी स्कूल की बात करें तो यह बहुत आम सी बात है कि अगर आप 10वीं या 12वीं बोर्ड की परीक्षा में बैठते हैं, तो आपको कक्षा में न्यूनतम उपस्थिति होना अनिवार्य होता है. कई जगहों पर छात्रों के लिए न्यूनतम उपस्थिति 75 फीसदी है.

 

12वीं साइंस में कल्पना कुमारी ने पहला स्थान हासिल किया और उन्हें 434 अंक मिले. रिजल्ट जारी करने के दौरान प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा गया था कि कल्पना कुमारी वो ही छात्रा हैं, जिन्होंने हाल ही में हुई नीट परीक्षा में पहला स्थान हासिल किया था और उन्हें 99.99 पर्सेंटाइल अंक प्राप्त हुए थे.

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