सीबीएसई का 12वीं का रिजल्ट जारी हो गया. तो अब बच्चों के अंदर और माता पिता की ये टेंशन बढ़ रही हैं कि वो अब कौनसा कोर्स करें या कराये जिससे उनके बच्चों का फ्यूचर बन जाये. तो अब हम आपको एक नए कोर्स के बारे में बता रहे हैं. टेक्नोलॉजी के बढ़ने से हेल्थ केयर सेक्टर में भी काफी टेक्निकल बदलाव हुए हैं. हेल्थ में सुधार करने के लिए नई मशीने आ रही हैं और तकनीकी इनोवेशन हो रहा है. इन मशीनों को हैंडल करने के लिए लोगों की मांग बढ़ गई है.
इससे लाखों लोगों को इस सेक्टर में जॉब मिल रही है. स्वास्थ्य सेवा सेक्टर में योग्य लोगों की जरूरत लगातार बढती जा रही है. ये कोर्सेज 12वीं पास स्टूडेंट कर सकते हैं.
आप अगर स्वास्थ्य सेवा में अपना करियर बनाना चाहते हैं, लेकिन आप नहीं जानते हैं कि ये करियर कहां से, कैसे, कितने पैसों और कितने सालों में किया जा सकता है, तो यह खबर आपके काम की है. आज हम आपको दे रहे हैं हेल्थ केयर कोर्स से जुड़ी सारी जानकारी:
इमरजेंसी मेडिकल टेक:
इस ट्रेनिंग में एंबुलेंस और हॉस्पिटल में एमरजेंसी मेडिकल सिचुएशन को संभालने की ट्रेनिंग दी जाती है. यह कोर्स 6 महीने का है.
डायलिसिस टेक्निशियन: इस कोर्स में स्टूडेंट्स को सिखाया जाता है कि कैसे डायलिसिस मशीन को हैंडल किया जाता है. ट्रेनिंग काफी जरूरी है. इस कोर्स की अवधि 12 महीने की होती है.
डेंटल असिस्टेंट:
यह 6 महीने का कोर्स है, जिसमें आपको डेंटल टूल्स को कैसे यूज करना है, यह सिखाया जाता है.
X-Ray तकनीशियन:
X-Ray तकनीशियन की ट्रेनिंग में X-Ray इक्विपमेंट यूज करना सिखाया जाता है. साथ ही उसके इसके मशीन से जुड़े सेफ्टी रेगुलेशन के बारे में भी जानकारी दी जाती है. यह कोर्स 8 महीने का होता है.
होम हेल्थ ऐड:
होम हेल्थ एड प्रोग्राम पेशेंट को घर पर बुजुर्गों या विकलांग व्यक्तियों को व्यक्तिगत हेल्थकेयर सुविधा देना सिखाया जाता है. इस फैसिलिटी में पेशेंट की ड्रेसिंग और ग्रूमिंग करना भी सिखाया जाता है. यह कोर्स 1 साल 5 महीने का है.
कोर्स की फीस:
अलग-अलग कोर्स के हिसाब से अलग-अलग इंस्टिट्यूट ने अपने हिसाब से फीस तय की हुई है. इसमें कोर्स की कम से कम फीस 8000 है और सबसे ज्यादा कोर्स फीस 60-70,000 तक है.
सैलरी: इस कोर्स को करने के बाद कैंडिडेट्स को शुरू में 10-15,000 रुपए तक की जॉब मिल सकती है और अगर आपको 5-6 साल का एक्सपीरियंस हो जाता है तो आपकी सैलरी 50-60,000 तक पहुंच सकती है.