नई दिल्ली। भारत में इस समय हर किसी पर आईपीएल का खुमार छाया हुआ है। आईपीएल के मैच शुरू हुए नहीं कि बैठ गए टीवी के सामने टकटकी लगाके। जैसा की हम सभी को पता है कि आईपीएल में खेलने वाले खिलाड़ियों पर लाखों-करोड़ों रु बरसते हैं।
ऐड से भी उन्हें काफी कमाई होती है, लेकिन आज हम उस क्रिकेटर की बात करने जा रहे हैं जिसने अपने बेहतरीन खेल से टीम इंडिया को वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में पहुंचाया था लेकिन आज वो भैंस चराने को मजबूर है। उसके पास इतने पैसे भी नहीं हैं कि वह अपने परिवार का गुजारा चला सके।
हम बात कर रहे हैं साल 1998 में खेले गए ब्लाइंड वर्ल्ड कप में भारतीय क्रिकेट टीम के हीरो रहे भालाजी डामोर की। मौजूदा समय में वो भैंस चराने को मजबूर हैं। भालाजी इस विश्व कप में अपने हरफनमौला प्रदर्शन के चलते भारतीय टीम को सेमीफाइनल तक पहुंचाने में कामयाब रहे थे।
एक गरीब किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले इस अंधे क्रिकेटर को इस बात की उम्मीद नहीं थी कि देश के लिए अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद उनको इस हाल में जीवन यापन करना होगा। दुर्भाग्य की बात है कि विश्व कप के करीब 19 साल बाद भी भालाजी भैंस चराने व खेती से जुड़े दूसरे छोटे काम करने को मजबूर हैं। भालाजी को इस बात की भी उम्मीद थी कि वर्ल्ड कप के बाद उनको सरकारी मदद से नौकरी मिल जाएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।