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वैकल्पिक ऊर्जा के क्षेत्र में हैं ढेरों संभावनाएं, सूर्य मित्र बनकर करियर को दें नया मुकाम

सौर ऊर्जा के क्षेत्र में भारत में काम होना शुरू हो गया है। भारत भी अब वैकल्पिक ऊर्जा का उपयोग करने की दिशा में ठोस रणनीति बना रहा है। इस सन्दर्भ में भारत सरकार द्वारा कई तरह की योजनायें भी चलायी जा रही है।  एक बात तो पक्के तौर पर कही जा सकती है कि आने वाले दिनों में भारत में सोलर सेक्‍टर का तेजी से ग्रोथ होगा। इस सेक्‍टर में जॉब और बिजनेस दोनों ही संभावनाएं तेजी से बढ़ती जा रही हैं।यही वजह है कि सरकार ने पिछले साल देश भर में 50 हजार युवाओं को फ्री में ट्रेनिंग देकर उन्‍हें ‘सूर्य मित्र’ बनाने का टारगेट रखा था, इसमें से लगभग 18 हजार सूर्य मित्र बन चुके हैं। अब सरकार ने साल 2018-19 और 2019-20 के लिए प्रोसेस शुरू कर दिया है। मिनिस्‍ट्री ऑफ न्‍यू एंड रिन्‍यूएबल एनर्जी (एमएनआरई) ने सूर्य मित्र की ट्रेनिंग देने के लिए एजेंसी को इन्‍वाइट किया है। मिनिस्‍ट्री के मुताबिक, 27 अप्रैल तक ट्रेनिंग एजेंसी को इम्‍पैनलमेंट लेटर जारी कर दिए जाएंगे और मई से ट्रेनिंग़ शुरू कर दी जाएगी।

क्‍या है सूर्य मित्र स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम – सोलर सेक्‍टर को स्किल्‍ड वर्क फोर्स उपलब्‍ध कराने के लिए मिनिस्‍ट्री ऑफ न्‍यू एंड रिन्‍यूएबल एनर्जी की स्‍पोंसरशिप में सूर्य मित्र स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम की शुरुआत की गई है। नेशनल इंस्‍टीट्यूट ऑफ सोलर एनर्जी (एनआईएसई) ने यह प्रोग्राम लॉन्‍च किया है। इसके लिए एनआईएसई द्वारा हर साल देश भर मेंं ट्रेनिंग इंस्‍टीट्यूट को अधिकृत किया जाता है, जो इस पूरे कोर्स की ट्रेनिंग देते हैं। योग्‍यता – यदि आप दसवीं पास हैं और इलेक्ट्रिशियन, वायरमैन, इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स, मैकेनिक, फिटर, शीट मैटल में आईटीआई किया हुआ है। आपकी उम्र 18 साल से अधिक हो तो आप एनआईएसई द्वारा अधिकृत सेंटर में आवेदन कर सकते हैं। ट्रेनी के सेलेक्‍शन के वक्‍त उन युवाओं को प्रमुखता दी जाएगी, जो रूरल बेकग्राउंड से हों, बेरोजगार हो, महिलाएं हों या एससी-एसटी से संबंधित हों। इस प्रोग्राम की खासियत यह है कि इसमें उच्‍च शिक्षा प्राप्‍त युवाओं को अयोग्‍य मानते हुए प्रवेश नहीं दिया जाएगा।

कितने दिन का होगा प्रोग्राम – यह पूरी तरह से फ्री रेजीडेंशियल ट्रेनिंग प्रोग्राम है, जहां रहना और खाना भी फ्री होगा। यह 600 घंटे का ट्रेनिंग प्रोग्राम है। ट्रेनिंग के बाद आवेदकों का मूल्‍यांकन भी किया जाएगा। अंत में एनआईएसई की ओर से सर्टिफिकेट दिए जाएंगे।क्‍या होग फायदा – ट्रेनिंग लेने के बाद युवा अपना सोलर बिजनेस शुरू कर सकते हैं।सरकार का सोलर चैनल पार्टनर भी बन सकते हैं। युवाओं को सोलर सिस्‍टम के मेंटेनेंस, ऑपरेशन और इंस्‍टॉलेशन की ट्रेनिंग दी जाएगी। देश में सोलर प्‍लांट लगा रही व पैनल मैनयुफैक्‍चरिंग कर रही देशी विदेशी कंपनियों में जॉब कर सकते हैं।

कैसे करें अप्‍लाई- सूर्यमित्र बनाने के लिए आवेदकों को एनआईएसई द्वारा अधिकृत किए गए स्किल डेवलपमेंट सेंटर में आवेदन करना होगा। इसकी लिस्‍ट जल्‍द ही एमएनआरई या एनएसआईसी की वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी।

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