2019 लोकसभा चुनाव से पहले बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती के ऊपर मंडराए संकट के बादल मायावती की मुश्किलें और बढ़ती दिख रही हैं। उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने 21 सरकारी शुगर मिल को बेचे जाने के मामले को CBI के हाथो सौंप दिया है। यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती पर इन शुगर मिल्स को बाजार दर से कम कीमत पर बेचने का आरोप है।
मायावती सरकार ने 21 मिलों को, जिनमें से 10 चल रही थी, बाजार भाव से बेहद कम दामो पर बेच दिया था. यूपी सरकार ने सीबीआई को इस मामले में दर्ज एफआईआर की कॉपी भी दी हैं।
बरहाल ये पहली बार नही हैं जब मायावती पर CBI का शिकंजा कसा हो, इससे पहले मायावती पर आय से अधिक संपत्ति होने पर सीबीआई जाँच हुई थी. जब 2007 से 08 में मायावती ने 26 करोड़ का टैक्स भरा और देश के 20 शीर्ष कर दाताओं में आ गयी थी।
सीबीआई को जांच सौंपे जाने के बारे में उत्तर प्रदेश सरकार ने अधिसूचना भी जारी कर दी है। राज्य सरकार का आरोप है कि एक जाली फर्म थी, जिसने इन सभी मिलों को खरीदा।
योगी सरकार ने सीबीआई से 2010-11 के बीच 21 शुगर मिल बेचे जाने की प्रक्रिया की जांच करने को कहा है. सीबीआई को राज्य सरकार की ओर से अधिसूचना मिल गई है, लेकिन मामले में एफआईआर अभी दर्ज की जानी है।
आरोपों में कहा गया है कि मायावती सरकार ने 21 मिलों को, जिनमें से 10 चल रही थी, बाजार भाव से बेहद कम दर पर बेच दिया था. यूपी सरकार ने सीबीआई को इस मामले में दर्ज एफआईआर की कॉपी भी दी हैं।