देश की राजधानी दिल्ली में अमूल और मदर डेयरी जैसे प्रसिद्ध ब्रांड सरकारी मानकों पर नही उतरे खरे। दिल्ली सरकार की जांच रिपोर्ट में यह पाया गया कि इस दूध में पानी की मिलावट की जा रही है। यह जानकारी स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने दी। दूध के 165 सैंपल में से 21 मानक स्तर पर फेल हो गए। यह जान और हैरानी होगी कि फेल होने वाले दूध के उत्पादों में अमूल और मदर डेयरी जैसे प्रसिद्ध ब्रांड शामिल हैं। हालांकि नकली या सिंथेटिक नहीं था लेकिन दूध में पानी या मिल्क पाउडर मिलाने की बात कही गई है।
दिल्ली सरकार की जांच 13 अप्रैल को शुरू हुए इस ड्राइव में जांच के लिए शहद के साथ घी के तीन नमूनों को भी शामिल किया गया जिनकी गुणवत्ता में भी कमी पायी गयी। सबस्टैंडर्ड का उल्लेख करते हुए दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि इसका दो अर्थ निकलता है: एक असुरक्षित या नकली दूसरा आवश्यक गुणवत्ता में कमी उदाहरण के लिए पर्याप्त मात्रा में वसा नहीं होता।
जिला खाद्य एवं औषधि विभाग द्वारा लिए नमूने प्रयोगशाला जांच में फेल साबित होने पर एडीएम प्रशासन की कोर्ट ने डाबर इंडिया लिमिटेड पर चार लाख का जुर्माना भी लगाया है। जिला अभिहित अधिकारी संजय शर्मा ने बताया कि 16 अक्टूबर 2015 को नॉलेज पार्क तीन स्थित एक स्टोर से खाद्य विभाग की टीम ने डाबर हनी के मून पैक के नमूने लिए थे। यह पैक डाबर इंडिया लिमिटेड मलकपुर बद्दी सोलन हिमाचल प्रदेश में बने थे। विभाग ने निर्माता इकाई के खिलाफ मामला दर्ज कराया। मिलावट के मामले में कोर्ट में दोषियों को पेश करके पेनल्टी लगाई जाएगी। 5 हजार से 5 लाख तक की जुर्माने का प्रावधान है।