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दिल के मरीजों के लिए फ्री है यह अस्पताल, नहीं है कोई कैश काउंटर

भारत में हर दिन दिल के मरीजों की तादाद बढ़ती जा रही है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में एक ऐसा अस्पताल भी है जहां दिल के मरीजों का इलाज होता है वो भी एकदम मुफ्त। जी हां, बिल्कुल सही सुना आपने, इस अस्पताल में न सिर्फ भारत बल्कि विदेशियों का भी इलाज होता है। पिछले 3 साल में इस अस्पताल में देशभर के 776 बच्चों के दिल का ऑपरेशन हो चुका है।

 

आपको शायद जानकर हैरानी होगी कि इस अस्पताल में अब तक जितने भी ऑपरेशन हुए हैं, सभी सफल रहे हैं। इस अस्पताल में अमीरी-गरीबी का भेद नहीं देखा जाता। यहां सबके लिए एक जैसी सुविधाएं उपलब्ध हैं। प्राइवेट अस्पतालों की बात करें तो दिल के ऑपरेशन की फीस एक लाख से 5 लाख रुपए तक ली जाती है, जबकि सरकारी अस्पतालों में भी यह फीस 60 हजार रुपए से लेकर 3 लाख रुपए के बीच है।

इस अस्पताल का नाम है-  Sri  Sathya  Sai  Sanjeevani  Hospital। छत्तीसगढ़ के  नए रायपुर में स्थित इस अस्पताल के संस्थापक सत्य साईं थे। इस अस्पताल का Achitecture  इसके काम से मेल खाता है। दिल के आकार में बना इस अस्पताल की इमारत में दिल के मरीज बच्चों का इलाज खासतौर पर किया जाता है। यहां जिन बच्चों का इलाज किया जाता है उनके परिवार वालों से कोई फीस नहीं ली जाती।

इस वजह से ये अस्पताल उन लाखों लोगों के लिए वरदान है, जिनके बच्चे दिल की बीमारी से जूझ रहे हैं और वो इलाज के लिए लाखों रुपए नहीं जुटा पाते। सबसे दिलचस्प बात ये है कि इस अस्पताल  में एक भी कैश काउंटर नहीं है। इस अस्पताल में न सिर्फ भारत के मरीजों के इलाज होता है, बल्कि कई दूसरे देशों के मरीज भी मुफ्त इलाज कराने पहुंचते हैं जिसमें पाकिस्तान भी शामिल है।

यह अस्पताल 30 एकड़ में बना है। इसमें काम साल 2012 में शुरू हुआ था। यहां नवजात बच्चों से लेकर 18 साल तक के बच्चों का मुफ्त में इलाज किया जाता है। मरीज के साथ उसके एक अटेंडेंट को भी यहां रहने-खाने का मुफ्त इंतजाम हैं। हां, अगर दूसरा अटेंडेंट भी साथ रहता है तो उसका रहना यहां फ्री होगा, लेकिन खाने के लिए पैसे देने पड़ेंगे। कोई यहां पर रोजाना 3 ऑपरेशन किए जाते हैं, अपने इस काम के लिए Hospital को 2016 में Best Single speciallity award से भी नवाजा जा चुका है।

यह सम्मान Assocham associated industry of commerce की ओर से भारत में हेल्थ सर्विस में खास काम करने के लिए दिया जाता है। यहां पहले आओ, पहले पाओ की नीति के तहत रोजाना सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक 6 मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया जाता है। हालांकि इमरजेंसी होने पर तुंरत भर्ती करने की सुविधा भी यहां मौजूद है। इस अस्पताल में सोमवार से शुक्रवार तक सुबह 3 बजे से छह बजे तक नए मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया जाता है।

 

 

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