नई दिल्ली। हर धर्म के कुछ अपने रीती रिवाज़ होते हैं। कई लोग इसे अच्छा मानते है तो कई लोग इसे सामाजिक रूप से अनफिट मानते हैं। लेकिन ये रिवाज़ धार्मिक मान्यताओं के चलते मानने सभी को पड़ते हैं। हम बात कर रहें हैं सऊदी अरब की। जहां के दाउदी बोहरा समुदाय में आने वाली कई महिलाएं पीएम से एक रिवाज़ के खिलाफ गुहार लगा रहीं हैं। ये रिवाज़ है मुस्लिम लड़कियों का खतना। आपको बता दें कि मुस्लिम लड़कियों का खतना भारत में प्रतिबंधित है जबकि सऊदी अरब में ये एक आदेशित रिवाज़ है।
मुस्लिम लड़कियों का खतना भारत मे नहीं सऊदी अरब में होता है। इसमें लडक़ी के प्राइवेट पार्ट का एक भाग ब्लेड से काट कर निकाल दिया जाता है। जब लड़की के प्राइवेट पार्ट के अंदरूनी भाग की कुछ त्वचा को आंशिक रूप से काटकर निकाल दिया जाता है तब लड़की को असहनीय दर्द होता है। वहां की मान्यता है कि खतने को कराने से लड़कियां अपने पति के लिए वफादार रहती है।
एक रिपोर्ट में WHO ने कहा था कि खतना 3 तरह से किया जाता है। पहला प्राइवेट पार्ट का कुछ भाग काटकर निकाल कर, दूसरा प्राइवेट पार्ट की सिलाई कर और तीसरा प्राइवेट पार्ट को छेद कर।